सोमवार, 8 दिसंबर 2025

डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने नागरिकों को किया सावधान, एसआईआर के नाम पर साइबर ठग ओटीपी भेजकर कर सकते है साइबर फ्राड, किसी को न बताए ओटीपी।

 

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ राज्य और जिले में एसआईआर का कार्य जारी है, साइबर ठगों ने इसकी आड़ में जाल फैलाना शुरू कर दिया है। मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत गणना फॉर्म भरने वाले मतदाताओं और नागरिकों के लिए डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने एक महत्वपूर्ण सुरक्षा सूचना दी है जिसका उद्देश्य लोगों को उनके मोबाइल नंबर के संभावित दुरुपयोग और ओटीपी आधारित धोखाधड़ी से बचाना है।
              डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने बताया कि एसआईआर भरने हेतु ओटीपी के लिए कोई कॉल आए तो यह सावधानी बरते। यदि आपको कोई व्यक्ति फोन करे और कहे कि “आपके एसआईआर से जुड़े मोबाइल पर जो ओटीपी आया है, वह हमें दे दीजिए,” तो उसे तुरंत मना कर दें। कॉल करने वाले व्यक्ति को साफ-साफ कहें कि “मैं कार्यालय जाकर बात करूँगा/करूंगी या अपने बीएलओ से संपर्क करूँगा/करूंगी। अगर कोई व्यक्ति ओटीपी मांगने के लिए दबाव डाले, धमकी दे या जोर डाले, तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में सूचना दें।
           उन्होंने स्पष्ट किया है कि एसआईआर फॉर्म में मोबाइल नंबर देना पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन कुछ साइबर अपराधी इसी बहाने ठगी करने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा है कि बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) के माध्यम से बीएलओ फॉर्म भरने के लिए किसी भी प्रकार के ओटीपी की आवश्यकता नहीं होती है। कोई भी अधिकारी, कर्मचारी या बीएलओ आपसे ओटीपी नहीं मांगता। यह आशंका है कि साइबर ठग ओटीपी भेजकर और इसे पूछकर फ्रॉड को अंजाम दे सकते हैं। नागरिकों को एसआईआर  फॉर्म’ भरने की प्रक्रिया से जुड़ी एक नई प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी (स्कैम) के प्रति आगाह किया है और लोगों से अपील की है कि वे किसी भी सूरत में अपने मोबाइल फोन में प्राप्त वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा न करें, सावधान रहे, सुरक्षित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।