सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देशन में जिले को नशा मुक्त बनाने अभियान नवजीवन मुहिम में पुलिस का कदम से कदम मिलाकर नागरिक और स्कूली बच्चे साथ दे रहे है और नशा न करने का मजबूत संदेश से समाज को अवगत करा रहे है। पुलिस अधिकारियों ने नागरिकों-स्कूली बच्चों को कहा कि केवल पुलिस की सख्ती-कार्यवाही से नशा को समाप्त नहीं किया जा सकता इसके लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा, समाज को जागरूकत करना होगा ताकि नशे की कुरीति से बच सके। पुलिस ने छात्रों व नागरिकों से अपील किया है कि वे नशे से दूर रहें और अपने आसपास के लोगों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो के मार्गदर्शन में बीते दिन नशे के विरूद्ध जागरूकता के महाअभियान में थाना सूरजपुर पुलिस के द्वारा बालक हाईस्कूल, थाना थाना जयनगर ने हाईस्कूल जयनगर, थाना विश्रामपुर ने हाईस्कूल रामनगर, चौकी खड़गवां ने हायर सेकेण्डरी स्कूल, थाना झिलमिली ने हाईस्कूल दवना, चौकी चेन्द्रा ने हाईस्कूल चन्द्रमेढ़ा, थाना प्रेमनगर ने स्वामी आत्मानंद स्कूल प्रेमनगर, चौकी तारा ने हाईस्कूल तारा, चौकी मोहरसोप के द्वारा हाईस्कूल मोहरसोप, थाना ओड़गी ने हाईस्कूल ओड़गी, चौकी बसदेई ने जवाहर नवोदय विद्यालय, चौकी रेवटी ने हाईस्कूल गोविन्दपुर, चौकी सलका ने स्वामी आत्मानंद स्कूल, चौकी करंजी ने प्राथमिक शाला दतिमा, चौकी खड़गवां ने हाईस्कूल पंपापुर सहित अन्य थाना-चौकी के द्वारा स्कूलों में नशे से बचाव की जानकारी देते हुए नवजीवन अभियान का मानव श्रृखंला बनवाकर, नशा न करने और न करने देने की शपथ दिलाकर, जागरूकता रैली निकालकर, नशे से बचाव संबंधी जागरूकता विडियों दिखाकर, नुक्कड़-नाटक के माध्यम से नशे के प्रति जागरूक किया गया। युवाओं को खेल से जोड़ते हुए फुटबाल प्रतियोगिता का आयोजन कराकर नशे के विरूद्ध जागरूकता फैलाई गई।
पुलिस ने जागरूकता अभियान के दौरान बताया कि नशा करने वाला व्यक्ति अपने शरीर व स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करता है, जीवन में सबसे अनमोल चीज शरीर है, नशा से शरीर खोखला बन जाता है और वह अस्पताल के चक्कर लगाकर परेशान होता है। नशे से किसी का भला नहीं हुआ बल्कि वह अपनी सामाजिक व आर्थिक पतन की ओर बढ़ने लगता है, इसलिए सभी को नशा से बचना चाहिए। इस अभियान में जिले के पुलिस राजपत्रित अधिकारी सहित सभी थाना-चौकी प्रभारी व उनकी टीम सक्रिय रही।
स्कूली बच्चों ने दिया नशे के विरूद्ध संदेश।
नशा मुक्त जिला बनाने के लिए स्कूली छात्र भी अब कदम बढ़ाकर पुलिस का साथ दे रहे है और यह संदेश दे रहे है कि नशा करने से घर बर्बाद होता है, पढ़ाई-लिखाई खराब होती है, घरेलू हिंसा होती है, नशा के लिए व्यक्ति अपने सम्पत्ति बेच देता है, उसे समाज में सम्मान भी नहीं मिलता है, इसलिए नशा से दूरी बनाए।