मंगलवार, 21 जुलाई 2020

सूरजपुर पुलिस ने किया हत्यारे चचेरे भाई को गिरफ्तार.....

सूरजपुर: दिनांक 20.07.2020 को रात्रि में ग्राम पंचायत मोहली के भूतपूर्व सरपंच थाना झिलमिली में उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि ग्राम मोहली के शिवहरि देवांगन एवं टिकाईत देवांगन के बीच शाम करीब 7.30 बजे मोहली (बडकापारा) सीसी रोड़ में ग्राम मोहली के कोटवार जिरोधन के घर पास जमीन, मकान की हिस्सा बंटवारा एवं रास्ता नहीं देने की बात पर लड़ाई झगड़ा हो रहे थे इस दौरान टिकाईत देवांगन बांस का डण्डा से शिवहरि देवांगन को सिर के पीछे भाग में मारा, जिससे उसका सिर फट गया और मौके पर ही शिवहरि देवांगन मृत पड़ा है कि रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 55/2020 धारा 302 भादसं का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने हत्या के मामले में आरोपी की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश देते हुए मामले की लगातार मानिटरिंग करते रहे।
          मामले की जांच एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज के नेतृत्व में थाना प्रभारी झिलमिली पुलिस टीम के साथ तत्काल रवाना होकर ग्राम मोहली (बडकापारा) पहुंचकर आरोपी टिकाईत देवांगन की पतासाजी करते हुए घेराबंदी कर पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि चचेरा भाई शिवहरि से जमीन हिस्सा बंटवारा को लेकर कई वर्षों से विवाद चल रहा था सोमवार के शाम करीब 07 बजे इसके खेत को कब्जा कर बोवाई कर देने एवं घर से कैसे बाहर निकलते हो कहकर शिवहरि घर के पास आकर धमकी व गाली गलौज देने लगा, इसी बात को क्षुब्ध होकर घर से बासं का डण्डा निकाला और कोटवार जिरोधन के घर पास सीसी रोड़ में शिवहरि के सिर में बांस डण्डा से मारा, मारने से खून निकलने पर शिवहरि गिर गया और फौत कर गया। आरोपी टिकाईत देवांगन के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त डण्डा को जप्त कर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
          इस कार्यवाही में थाना प्रभारी झिलमिली नरेन्द्र सिंह, एएसआई लवकुश राजवाड़े, गुरू प्रसाद यादव, प्रधान आरक्षक केष्वर राम मरावी, आरक्षक निलेश जायसवाल, हेमन्त सिंह, रामा कुमार, राकेश सिंह, अमित सिंह, ओम प्रकाश सिंह, दिलपाल कसेरा, अवधेश पैकरा, चंद्रदेव मरावी एवं सैनिक मनीष नायक व जुगेन्दर कुशवाहा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।