शुक्रवार, 22 अगस्त 2025

डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने साइबर जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, साइबर सुरक्षा से बचाव के लिए बैंक से जुड़ी गोपनीय जानकारी और ओटीपी किसी से साझा न करने की अपील, ज़रा सी लापरवाही मेहनत की कमाई पर भारी पड़ सकती है।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने शुक्रवार, 22 अगस्त 2025 को संयुक्त जिला कार्यालय से थाना विश्रामपुर व भटगांव व इन दोनों क्षेत्र में स्थित बैंकों के संयुक्त साइबर जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और जिला स्तरीय साइबर जागरूकता अभियान की शुरुआत की और लोगों से अपील किया वे अपने बैंक खाते की गोपनीय जानकारी, पासवर्ड या ओटीपी किसी से साझा न करें और अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें। उन्होंने कहा कि साइबर ठग आए दिन नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं। ज़रा सी लापरवाही मेहनत की कमाई पर भारी पड़ सकती है। हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक लोग जागरूक हों और साइबर अपराध से स्वयं को सुरक्षित रखें।
इस अवसर पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने कहा कि थोड़ी सी सतर्कता और सावधानी से लोग साइबर धोखाधड़ी से बच सकते हैं। तकनीक ने हमारे दैनिक जीवन में कार्यो को सरल और सहज बनाया है। डिजिटल लेन-देन तेज और सुविधाजनक हुए हैं, लेकिन इसके साथ साइबर ठगी जैसी चुनौतियां भी काफी बढ़ी हैं। डिजिटल युग में जागरूकता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। यदि हम स्वयं सतर्क रहें और दूसरों को सतर्क करें, तो साइबर अपराधी अपने इरादों में सफल नहीं हो पाएंगे।
            पुलिस मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप पुलिस और बैंक मिलकर यह जागरूकता अभियान चलाकर लोगों में साइबर सुरक्षा की समझ बढ़ाने का एक संयुक्त प्रभावी प्रयास है। इसके अंतर्गत रथ से विडियों और ऑडियों संदेश, नुक्कड़ नाटक और चलित थाना, स्कूल कालेजों में जागरूकता के आयोजन कर साइबर धोखाधड़ी के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी और जिले के अंतिम छोर में रहने वाले लोगों तक यह रथ जाकर जागरूकता फैलायेंगी।
             बैंक के अधिकारियों ने बताया कि ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज कराई जा सकती है। कार्यक्रम में उपस्थित एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, डीएसपी रितेश चौधरी, रक्षित निरीक्षक अशोक गिरी, थाना प्रभारी विश्रामपुर प्रकाश राठौर, थाना प्रभारी भटगांव सरफराज फिरदौसी, साइबर सेल प्रभारी राकेश यादव, विश्रामपुर व भटगांव के विभिन्न बैंकों व पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे जिन्होंने लोगों से इस पहल को सफल बनाने और साइबर अपराधों से बचाव के संदेश को अधिक से अधिक प्रसारित करने की अपील की।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।