शनिवार, 14 जून 2025

डीआईजी/एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने सूरजपुर पुलिस प्रीमियर लीग क्रिकेट प्रतियोगिता का किया शुभारंभ।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुलिस लाइन पर्री में सूरजपुर पुलिस प्रीमियर लीग रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन गुरूवार, 05 जून 2025 को किया। उद्घाटन कार्यक्रम में डीआईजी/एसएसपी ने कहा कि इस प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारी को बेहतर टीमवर्क से जोड़ना और शारीरिक व मानसिक फिटनेश को बनाए रखना है।
           उन्होंने कहा कि यह आईपीएल की तर्ज पर सूरजपुर पुलिस प्रीमियर लीग (एसपीपीएल) क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की गई है जिसमें पुलिस अनुभाग अन्तर्गत आने वाले थानों में पदस्थ अधिकारी व जवानों की टीम क्रिकेट प्रतियोगिता में भाग ले रही है। पुलिस अधिकारी-कर्मचारी लगातार ड्यूटी में डटे रहते है ऐसे में उन्हें रिलेक्स देनेे का यह एक मजबूत जरिया है। खेलकूद से उनका मानसिक तनाव दूर होगा साथ ही पुलिस जवानों के शारीरिक व मानसिक फिटनेश को बरकरार रखने को लेकर भी इस प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया है। प्रतियोगिता का पहला मैच प्रतापपुर पैंथर्स व होमगार्ड होक्स के मध्य खेला गया। इसमें प्रतापपुर पैंथर्स ने होमगार्ड होक्स को 18 रनों से पराजित किया। इस रोमाचंक मैच को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहंुचे थे।
           इस प्रतियोगिता को लेकर रक्षित निरीक्षक अशोक गिरी ने व्यापक त्यौहारी कराई और सभी मैच दुधियां रौशनी में खेली जा रही है। क्रिकेट टीम में डीएसपी स्तर से लेकर आरक्षकगण शामील है। यह सूरजपुर पुलिस का सराहनीय कदम है जो इस प्रकार के टूर्नामेंट का आयोजन कर रही है। इस दौरान सीएसपी एस.एस.पैंकरा, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, एसडीओपी प्रतापपुर सौरभ उईके, पुलिस के अधिकारी व जवान, पुलिस के परिजन सहित काफी संख्या में नागरिकगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।