गुरुवार, 26 जून 2025

बिछड़ी बेटी को सूरजपुर पुलिस ने मिलवाया परिवार से, विक्षिप्त बालिका 4 दिन से भटक रही थी सड़क पर, पुलिस के नए बीट प्रणाली के वाटसएप ग्रुप से मिली अहम जानकारी, परिजनों को सौंपी गई बालिका।

 

सूरजपुर। जिले की पुलिस ने बुधवार को एक विक्षिप्त बालिका को उसके परिजनों तक सकुशल पहुंचाया है जिसमें पुलिस के नए बीट प्रणाली के वाटसएप ग्रुप की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका रही। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर गुम इंसान की खोजबीन कर दस्तयाब करने ऑपरेशन ‘‘तलाश’’ अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है साथ ही गुम इंसानों की दस्तयाबी के लिए नए बीट प्रणाली का उपयोग भी किया जा रहा है जिसके सार्थक परिणाम भी मिल रहे है।
           दरअसल, 18 जून 2025 को चौकी खड़गवां पुलिस के ग्राम गश्त के दौरान ग्राम सिंगल डोल में एक बालिका को विछिप्त अवस्था में घुमते देखा जिससे नाम पता पूछने पर किसी से बात नहीं कर रही थी जिसे महिला आरक्षक के साथ चौकी लाया गया। चौकी में बालिका को खाने-पीने की वस्तुएं व कपड़ा उपलब्ध करा उसे किसी से न डरने की बात कहते हुए हिम्मत बढ़ाया गया।
             चौकी प्रभारी ने विछिप्त बालिका के परिजनों की जानकारी हासिल करने के लिए नए बीट प्रणाली के बीट प्रभारियों को सक्रिय कर लगाया और बीट वाटसएप ग्रुप के माध्यम से जानकारी साझा की गई। इसके करीब 3 घंटे के बाद बीट वाटसएप ग्रुप के माध्यम से बालिका के माता-पिता के थाना पस्ता जिला बलरामपुर में होने की जानकारी मिली जिसके बाद बालिका के परिजनों से सम्पर्क कर उन्हें चौकी बुलाया गया। बालिका को लेने पहुंचे उसके माता-पिता के द्वारा बताया कि उसकी पुत्री 4 दिन पहले घर से निकली थी जिसकी खोजबीन में वे काफी परेशान थे। लेकिन पुलिस की तत्परता से लड़की सकुशल मिल गई। लड़की के परिजनों ने सूरजपुर पुलिस को धन्यवाद दिया है। इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी खड़गवां योगेन्द्र जायसवाल, महिला आरक्षक सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।