मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

ट्रांसफार्मर चोरी करने वाले आरोपी को थाना प्रेमनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 23.11.2024 को प्रेमनगर निवासी दिलीप कोसले ने थाना प्रेमनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 21.11.2024 को अज्ञात व्यक्ति के द्वारा ग्राम भगवानपुर जामपारा में लगे ट्रांसफार्मर को पोल से उतार कर उसके अंदर का कापर वायर को निकालकर ले गया जिससे बिजली विभाग को 80 हजार रूपये का क्षति हुआ है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 124/24 धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। वहीं दूसरे मामले में प्रेमनगर निवासी सतेन्द्र कुमार ने दिनांक 27.12.24 को रिपोर्ट दर्ज कराया कि अज्ञात चोर के द्वारा दिनांक 25.12.2024 को ग्राम खजूरी में लगे ट्रांसफार्मर को पोल से निकालकर क्षतिग्रस्त कर दिया है। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 139/24 धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
             वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने दोनों मामलों की गंभीरतापूर्वक विवेचना करते हुए अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। थाना प्रेमनगर पुलिस के द्वारा मामलों की विवेचना के दौरान संदेही छोटन मरावी निवासी गेजी चौकी बचरा पोड़ी, थाना बैकुण्ठपुर को पकड़ा। पूछताछ पर उसने बताया कि अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ग्राम भगवानपुर लगे ट्रांसफार्मर को पोल से नीचे उतारकर कॉपर वायर निकालना एवं ग्राम खजुरी में लगे ट्रांसफार्मर को चोरी करने के लिए पोल से नीचे उतारकर छिपाना बताया। आरोपी के निशानदेही पर चोरी किए ट्रांसफार्मर को जप्त कर आरोपी छोटन मरावी पिता मनी राम उम्र 35 वर्ष ग्राम गेजी, चौकी बचरा पोड़ी थाना बैकुण्ठपुर जिला कोरिया को गिरफ्तार किया है वहीं अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी प्रेमनगर नीलिमा तिर्की, एसआई मनोज सिंह, एएसआई रंजीत सोनवानी, संतोष सिंह, प्रधान आरक्षक महेन्द्र पटेल, महिला प्रधान आरक्षक फूलमती राजवाड़े, आरक्षक विजय चौबे, खेलन सिंह, अमर सिंह, राजू कुमार, संतोष ठाकुर महिला आरक्षक गीता सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।