सूरजपुर। थानों में पंजीबद्व अपराधों विशेषकर महिलाओं व बच्चों से संबंधित मामलों में त्वरित कार्यवाही, पंजीबद्व मामलों की गंभीरता व संवेदनशीलता के आधार पर निराकरण कराने एवं पीड़ितों को जल्द न्याय मिले इस हेतु प्रकरण की सही तरीके से विवेचना पूर्ण कर सर्वोत्तम साक्ष्य सहित चालान न्यायालय में पेश हो, लंबित शिकायत, मर्ग जांच का निराकरण जल्द हो तथा जिले में कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाए रखने को लेकर उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भापुसे) ने गुरूवार, 05 सितम्बर 2024 को जिले के सभी पुलिस राजपत्रित अधिकारी व थाना-चौकी प्रभारियों की क्राईम मीटिंग ली। इस अवसर पर उन्होंने थाना-चौकी प्रभारियों से उनके यहां लंबित महिलाओं व बच्चों से संबंधित अपराधों, शिकायत, गुम इंसान तथा मर्ग के लंबित रहने के बारे में विस्तृत जानकारी ली और उन्हें जल्द निराकरण करने, टीम वर्क से काम करने, नशे के विरूद्ध जीरो टारलेस की नीति के तहत कार्यवाही करते हुए सप्लाई चैन पर सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
डीआईजी/एसएसपी ने कहा कि पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाने की दिशा में उचित कार्यवाही करें, समस्या लेकर फरियादी के थाना-चौकी आने पर उन्हें प्राथमिकता दे और उनके समस्या को गंभीरतापूर्वक सुने और त्वरित कार्यवाही करें, अच्छी पुलिसिंग करते हुए लोगो विश्वास जीते, अपराधियों में पुलिस का ख़ौफ़ हो, नशे का कारोबार करने वाला कोई भी व्यक्ति खुले में न घुमे इनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही करते हुए जेल की सलाखों के पीछे भेजे, नशे की सामग्री बेचने वाला व्यक्ति माल कहा से लाता था इस धंधे से कौन-कौन जुड़े है उसकी जानकारी निकालते हुए उनके विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही करने, सड़क दुर्घटना के जोखिम को कम करने के लिए शराब पीकर वाहन चलाने एवं बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाने वालों पर सख्ती से कार्यवाही करने के सख्त निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एस.एस.पैंकरा, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, एसडीओपी सूरजपुर नंदिनी ठाकुर, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम, डीएसपी अजाक पी.डी.कुजूर, जिले के थाना-चौकी प्रभारी, जिला पुलिस कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
सूचना तंत्र मजबूत करने पर जोर।
डीआईजी/एसएसपी ने थाना-चौकी प्रभारियों को सख्त लहजे में कहा कि थाना में अनावश्यक मामले लंबित न रखी जाए, शिकायतों की जांच यथासंभव मौके पर जाकर की जाए। थाना क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने हेतु सूचना तंत्र मजबूत कर संपत्ति संबंधी अपराध जैसे लूट, चोरी, धोखाधड़ी आदि को रोकने के लिए अधिक से अधिक लघु व प्रतिबंधात्मक अधिनियम के तहत कार्यवाही करने तथा रात्रि गस्त एवं पेट्रोलिंग को सुदृढ़ करने एवं थाना आने वाले फरियादियों की शिकायत को गंभीरता से सुनते हुए त्वरित कार्यवाही करने एवं सामुदायिक पुलिस के तहत वृहद स्तर पर स्कूल-कालेजों में जन जागरूकता के अभियान चलाने के निर्देश दिए।