मंगलवार, 6 अगस्त 2024

सूरजपुर पुलिस सदैव ब्लड के लिए जरूरत मंद व्यक्ति के साथ मिलेगा खड़ा। पुलिस लाइन में जवानों ने बड़े उत्साह के साथ किया रक्तदान।

 

सूरजपुर। कहते हैं कि पुलिसवालों पर जिम्मेदारी का दबाव रहता है और इन्हे खुद से ज्यादा दूसरों का ख्याल होता है। अगर बात की जाए सूरजपुर पुलिस की तो जनता की सेवा में ये हमेशा तैनात रहते हैं। इसी कड़ी में लोगों की मदद के लिए रक्तदान का नेक काम कर यहां की पुलिस ने लोगों का दिल जीतने का काम किया है।
           उप पुलिस महानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भापुसे) के निर्देशन व एएसपी संतोष महतो के मार्गदर्शन में रविवार, 04 अगस्त को पुलिस लाईन में रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ जहां पुलिस के जवानों सहित महिला आरक्षक ने भी ब्लड डोनेट किया। इस कैंप में पुलिसकर्मियों में ब्लड डोनेट करने को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला।
           इस दौरान रक्षित निरीक्षक अशोक गिरी ने 14 यूनिट ब्लड डोनेट करने वाले पुलिस के जवानों की हौंसला अफजाई की। उन्होंने कहा कि पुलिस के जवान भी समाज का एक हिस्सा है। ब्लड डोनेशन करना एक पुनीत कार्य है, किसी भी व्यक्ति की जान ब्लड की कमी के चलते नहीं जाए इसी को देखते हुए आज ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया है। सभी को रक्तदान के लिए प्रेरित किया और कहा कि जब भी किसी को ब्लड की जरूरत होगी तो सूरजपुर पुलिस सदैव जरूरत मंद व्यक्ति के साथ खड़ा मिलेगा। शिविर के सफल संचालन में जिला चिकित्सालय के डॉ. आजाद भगत, एमएलटी संतोष साहू, रामशरण इन्द्रभान सिंह, स्टाफ नर्स शिवकुमारी खैरवार, काउंसलर अंजली साहू, वार्डवाय अमर साय सहित प्रधान आरक्षक प्रदीप पटेल, सुरेश सूर्यवंशी, अरूण बड़ा, आरक्षक जेठूराम, मनोज ठाकुर व हेमन्त नेताम सक्रिय रहे।
इन्होंने किया ब्लड डोनेशन।
           रक्तदान शिविर में प्रधान आरक्षक उमाशंकर कुशवाहा, आरक्षक शिशिर डुगडुग, रजनीश पटेल, अजय एक्का, बसंत साहू, पूरनसाय राजवाड़े, शिवकुमार, नवीन बेक, सुनील बेक, महेत्तर सिंह, मुकेश सिंह, चमन लाल राजवाड़े, हुमराम उरांव व महिला आरक्षक शकुन्तला सहित अन्य ने रक्तदान किया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।