बुधवार, 10 अप्रैल 2024

एमबीबीएस में दाखिला कराने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को थाना जयनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 06.10.23 को ग्राम कृष्णपुर, थाना सूरजपुर निवासी शेष नारायण शर्मा ने थाना जयनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि अपनी पुत्री का दाखिला एमबीबीएस पाठ्यक्रम वर्ष 2019 हेतु कृष्ण मोहन मेडिकल कालेज मथुरा उत्तरप्रदेश में कराना चाहता था जो उसी डॉक्टर यशवंत सिंह व उसका एक अन्य साथी आवेदक की पुत्री का एडमिशन के नाम पर धोखाधड़ी कर 2 किस्तो में 5 लाख रूपये लिए तथा कालेज प्रबंधन के नाम पर बैंक डीडी के माध्यम से 8 लाख 50 हजार रूपये लिए थे जो बैंक डीडी का कालेज द्वारा वापस किया गया किन्तु डॉक्टर यशवंत सिंह व उसके साथी द्वारा नगदी लिए गए राशि 5 लाख को वापस नहीं कर धोखाधड़ी किए है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना जयनगर में आरोपियों के विरूद्ध धारा 420, 34 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
           उप पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) ने धोखाधड़ी के आरोपियों की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी सूरजपुर नंदिनी ठाकुर के मार्गदर्शन में थाना जयनगर पुलिस आरोपी की पतासाजी में लगी थी इसी बीच तकनीकी संसाधनों से जानकारी मिली कि आरोपी वृदांवन मथुरा में है जिसके बाद विधिवत् अनुमति प्राप्त कर पुलिस टीम वृन्दावन के लिए रवाना हुई और दबिश देकर आरोपी डॉक्टर यशवंत सिंह पिता शैलेन्द्र प्रताप सिंह उम्र 39 वर्ष, निवासी सेक्टर-2, गोधुलीपुरम, थाना जैत, जिला मथुरा उत्तरप्रदेश स्थाई पता ग्राम डेहरियावां ब्लाक बलदीराय, थाना हलियापुर उत्तरप्रदेश को पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि 5 लाख रूपये को अपने 1 अन्य साथी से बाट लिए थे जिसे निजी उपयोग में खर्च कर देना बताया जिसे गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर परिवीक्षाधीन डीएसपी स्निग्धा सलामे, एसआई सरफराज फिरदौसी, एएसआई प्रवीण राठौर, आरक्षक दिनेश ठाकुर व सैनिक अली सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।