बुधवार, 20 मार्च 2024

सूरजपुर पुलिस की मुहिम- महिलाओं की सुरक्षा के लिए अभिव्यक्ति ऐप का पूरे जिले में प्रचार-प्रसार जोरों से। 2826 महिलाओं-बालिकाओं से कराया गया अभिव्यक्ति ऐप डाउनलोड। ऐप से बढ़ा सुरक्षा का आत्मविश्वास। महिला ने किया अभिव्यक्ति ऐप का ट्रायल रन।


सूरजपुर। महिलाओं की सुरक्षा के लिए अत्यन्त उपयोगित अभिव्यक्ति एप छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग द्वारा तैयार किया गया है। इस अभिव्यक्ति महिला सुरक्षा एप के माध्यम से महिलाओं को तत्काल सहायता मिल रही है। यूजर की लोकेशन के हिसाब से एसओएस बटन दबाते ही यूजर के पास त्वरित पुलिस सहायता पहुंचेगी। इसके अलावा इस एप के माध्यम से महिलाएं कहीं से भी अपनी शिकायत पुलिस के पास दर्ज करा सकेंगी। महिलाओं-छात्राओं को जानकारी दी गई कि वे महिला सुरक्षा एप से तुरंत पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
            उप पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) ने महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सभी एहतियातन कदम उठाने के निर्देश थाना-चौकी प्रभारियों को दिए है जिसमें से एक अभिव्यक्ति ऐप है जिसकी जानकारी से महिलाओं-छात्राओं को अवगत कराने बड़ी मुहिम चलाई जा रही है। जिले थाना-चौकी की पुलिस के द्वारा स्कूल-कालेज, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर महिलाओं-छात्राओं को इसकी जानकारी दे रहे है इसके अलावे विभिन्न सुरक्षा बंदोबस्त ड्यूटी के दौरान भी जिन स्थानों पर महिलाओं व बालिकाओं एकत्रित है वहां भी उन्हें महिला सुरक्षा के लिए अभिव्यक्ति ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है।
           इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस एप के इस्तमाल के लिए सबसे पहले महिला-बालिकाओं को अपने मोबाइल फोन में प्ले स्टोर से अभिव्यक्ति महिला सुरक्षा एप डाउनलोड करना है। इसमें उन्हें साइन इन करना है, अपना मोबाइल नंबर डालना है, ओटीपी आएगा उसे एप में डालना है, केवायसी अपडेट करना है, जिसके बाद महिलाएं कभी भी इस एप के माध्यम से अपनी शिकायत अपलोड कर तुरंत पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकती है और कानून के संबंध में किसी प्रकार के असमंजस की स्थिति में पुलिस अधिकारी से जानकारी लेने खुद अपना मोबाईल नंबर से छात्राओं को अवगत कराया।
        2826 महिलाओं-बालिकाओं से कराया गया अभिव्यक्ति ऐप डाउनलोड। उमनि/एसएसपी सूरजपुर श्री आहिरे के निर्देश के बाद जिले की पुलिस ने अभियान चलाकर दिनांक 16 फरवरी से 9 मार्च तक 2826 महिलाओं-बालिकाओं को अभिव्यक्ति ऐप के बारे में जानकारी देते हुए यह ऐप डाउनलोड कराया है।
        ऐप से बढ़ा सुरक्षा के प्रति आत्मविश्वास। जिले की पुलिस के इस अभियान के तहत ऐप डाउनलोड कर उपयोग के फायदों को जानकार महिलाओं-बालिकाओं ने इसे अत्यन्त उपयोगी बताया है। महिलाओं ने कहा कि हमारी सुरक्षा के लिए पुलिस है, पुलिस के साथ-साथ अब इस ऐप के उपयोग से हम अपनी समस्या-शिकायतें आसानी से कर रहे है और अच्छा रिस्पॉस भी मिल रहा है इससे हमें सुरक्षा के प्रति आत्मविश्वास और बढ़ा है।
        महिला ने किया अभिव्यक्ति ऐप का ट्रायल रन। पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में एक महिला ने अभिव्यक्ति ऐप को अपने मोबाईल पर इंस्टाल करते हुए ऐप में अपनी जानकारियां अंकित करने के बाद ऐप का ट्रायल रन के लिए उसने एसओएस बटन दबाया जिसके फौरन बाद छात्रा के पास पुलिस मुख्यालय से फोन आया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।