शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024

समर्सिबल पम्प चोरी करने एवं खरीदने वाले 5 आरोपी पकड़ाए, थाना जयनगर पुलिस की कार्यवाही।

सूरजपुर। उप पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) के कड़े निर्देश के बाद से ही जिले की पुलिस क्षेत्र में लगातार कड़ी नजर बनाए हुए है। इसी बीच दिनांक 19.02.24 को थाना जयनगर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिला कि ग्राम गोपालपुर में कुछ लोग चोरी का समर्सिबल पम्प बिक्री करने हेतु लेकर जाने वाले है। सूचना पर फौरन कार्यवाही करते हुए पुलिस ने घेराबंदी कर अनिल यादव पिता जगसाय यादव उम्र 34 वर्ष व रूप राजवाड़े पिता सीताराम राजवाड़े उम्र 32 वर्ष व सैनाथ सिंह पिता हरिनाथ सिंह उम्र 35 वर्ष तीनों निवासी ग्राम गोपालपुर को पकड़ा। पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि गोपालपुर स्थित फार्म हाउस, स्वास्थ्य केन्द्र परिसर व फ्लाईऐश ईट भट्ठा से माह अक्टूबर-नवम्बर 2023 के दरम्यान 3 नग समर्सिबल पम्प मिलकर चोरी करना जिसमें से 1 पम्प को बिक्री कर देना जिसके आधार पर समर्सिबल पम्प क्रेता नर्मदा विश्वकर्मा उम्र 38 वर्ष व बचन राम बरगाह उम्र 65 वर्ष दोनों निवासी कमलपुर के कब्जे से 1 नग समर्सिबल पम्प बरामद किया गया। मामले में धारा 41(1-4)/379, 411 भादसं. के तहत कार्यवाही करते हुए 3 नग समर्सिबल पम्प कीमत 1 लाख रूपये का जप्त कर पांचों आरोपियों को पकड़ा गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर सरफराज फिरदौसी, एएसआई वरूण तिवारी, प्रवीण राठौर, प्रधान आरक्षक राजेन्दर एक्का, महेन्द्र सिंह, बृजकिशोर धु्रवा, आरक्षक विकास मिश्रा, दिनेश ठाकुर, श्याम सिंह, विवेक विश्वकर्मा, भुनेश्वर सिंह, सोनू सिंह व नीरज झा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।