शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024

मंदिर से चोरी करने वाले 2 आरोपियों को थाना भटगांव पुलिस ने किया गिरफ्तार।

सूरजपुर जरही निवासी आचार्य देवकी नंदन पाण्डेय ने दिनांक 20.02.24 को थाना भटगांव में रिपोर्ट दर्ज कराया कि जरही स्थित शिव मंदिर परिसर में 19.02.2024 को रात्रि में कोई अज्ञात चोर के द्वारा मंदिर परिसर का ताला तोड़कर मंदिर में रखा 3 नग दान पेटी, अन्य सामग्री, चढ़ावा का पैसा को चोरी कर ले गए तथा दान पेटी व अन्य सामग्री को मंदिर के पीछे स्थित ताला के पास फेंक दिए। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 457, 380 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
             उप पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चोरी का खुलासा करने डीएसपी रितेश चौधरी के नेतृत्व में थाना भटगांव की पुलिस टीम गठित कर लगाया। पुलिस टीम ने पूरी संवेदनशीलता के साथ अज्ञात चोर की पतासाजी में लगी रही और संदेहियों से बारीकी से पूछताछ की गई। पुलिस की कड़ी पूछताछ पर संदेही राजकुमार पासवान पिता ओमप्रकाश पासरवान उम्र 20 वर्ष निवासी कोरंधा भटगांव एवं छोटू केंवट पिता सदानंद केंवट उम्र 20 वर्ष निवासी हाटमेंट जरही के द्वारा मंदिर में चोरी करना स्वीकार किया। पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि नशे के आदि है, नशा की जरूरत को पूरा करने के लिए पैसे नहीं होने पर मंदिर से चोरी की घटना को अंजाम दिए। आरोपियों के निशानदेही पर चोरी का रकम 2910 रूपये बरामद कर दोनों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव राजेन्द्र साहू, प्रधान आरक्षक करन सिंह नेताम, पूरनचंद राजवाड़े, आरक्षक मनोज जायसवाल, संतोष जायसवाल व महिला आरक्षक प्रीति भगत सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।