सोमवार, 19 फ़रवरी 2024

आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने के मामले में थाना भटगांव पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार।

सूरजपुर  दिनांक 12.02.24 को जरही निवासी शुभम गुप्ता पिता तुलसीदास गुप्ता ने थाना भटगांव में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसका छोटा भाई विट्टु गुप्ता के मोबाईल फेसबुक में गलत आरोप लगाकर परेशान करने का पोस्ट किया गया था जिसे देखने के बाद तथा तलाश करने पर बिट्टु गुप्ता का शव डुमरिया बांध पानी में पाए जाने के आशय की सूचना पर थाना भटगांव में मर्ग कायम किया गया।
           थाना भटगांव पुलिस मौके पर पहुंचकर घटना स्थल व शव निरीक्षण, उपरान्त मृतक का पीएम कराया। मर्ग जांच में गवाहों के कथनों व मृतक के मृत्यु के पूर्व का मोबाईल फोन में लेख किया गया सुसाईडल नोट का स्क्रीन शार्ट के अवलोकन पर दिनांक 09.02.24 के रात्रि में हिमांशु क्लाथ स्टोर जरही में लगे आग से छति के संबंध में उमेश गुप्ता, राजु गुप्ता, रेखा गुप्ता एवं चंदकी गुप्ता मॉ दुर्गा वस्त्रालय के द्वारा मृतक बिट्टु उसके पिता तुलसी दास गुप्ता तथा उनके दुकान के कर्मचारी पर आग लगाने का आरोप लगाया जा रहा था जिससे उपरोक्त आरोपी उमेश गुप्ता, राजू गुप्ता, रेखा गुप्ता, चंदकी गुप्ता मॉ दुर्गा वस्त्रालय जरही द्वारा आग लगाने का झूठा आरोप लगाकर समाज में मानसिक रूप से अपमानित कर आत्महत्या करने हेतु दुष्प्रेरित किया गया जिससे मृतक दिनांक 12.02.24 को मोबाईल फोन पर सुसाईड नोट लेख कर डुमरिया बांध के पानी में डुबकर आत्महत्या करना पाया गया। आरोपी उमेश, राजू, रेखा व चंदकी का कृत्य धारा 306, 34 भादसं का पाए जाने पर अपराध पंजीबद्ध किया गया।
               मामले की सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री एम.आर.आहिरे ने प्रकरण की बारीकी से विवेचना करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। थाना भटगांव पुलिस ने विवेचना करते हुए प्रकरण के आरोपी उमेश गुप्ता पिता रामनरेश गुप्ता उम्र 35 वर्ष ग्राम कोरंधा, राजू गुप्ता पिता रामनरेश गुप्ता उम्र 38 वर्ष ग्राम कोरंधा, रेखा गुप्ता पति राजु गुप्ता उम्र 29 वर्ष, चंदकी गुप्ता पिता भवसागर गुप्ता उम्र 42 वर्ष निवासी कोरंधा, थाना भटगांव को पकड़ा गया और विधिवत् गिरफ्तार किया गया।
           कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल व डीएसपी रितेश चौधरी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भटगांव राजेन्द्र साहू, एसआई अश्विनी पाण्डेय, एएसआई बजरंगी लाल चौहान, जी.पी.यादव, प्रधान आरक्षक पूरनचंद राजवाड़े, करन सिंह नेताम, शत्रुधन पोर्ते, आरक्षक मनोज जायसवाल, संतोष जायसवाल, भोला राजवाड़े, रजनीश पटेल, ताराचंद यादव, राजकुमार पासवान, विजय गुप्ता, प्रभाकर सिंह, वाहिद हुसैन व प्रहलाद पैंकरा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।