गुरुवार, 4 जनवरी 2024

24 घंटे में अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए थाना सूरजपुर पुलिस ने किया 2 आरोपियों को गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 03.01.2024 को ग्राम नमदगिरी निवासी नरेश देवांगन ने थाना सूरजपुर में सूचना दिया कि इसका भतीजा 30 वर्षीय सुनील देवांगन का शव सोहन के खेत में पड़ा है। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायमी कर मौके पर पहुंची।
              मामले की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला ने पुलिस अधिकारियों, एफएसएल व डॉग स्क्वार्ड की टीम को मौके पर भेज बारीकी से साक्ष्य संकलन कर मामले का खुलासा करने के निर्देश दिए। मामले की बारीकी से जांच के क्रम में शव पंचनामा के बाद मृतक का पीएम कराया गया जिसमें डॉक्टर के द्वारा मृतक की मृत्यु हत्यात्मक लेख किए जाने पर अपराध क्रमांक 03/24 धारा 302 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। विवेचना के दौरान जानकारी सामने आई कि मृतक की पत्नी का रामकुमार के साथ अवैध संबंध है। पुलिस ने संदेही रामकुमार केंवट को दबिश देकर पकड़ा, पूछताछ पर उसने बताया कि मृतक सुनील देवांगन की पत्नी लक्ष्मी देवांगन के साथ उसका अवैध संबंध है जिस कारण उसके घर में आना जाना था जिस कारण लक्ष्मी देवांगन के साथ मिलकर सुनील की हत्या करने की योजना बनाया और दोनों के द्वारा 02 जनवरी के रात्रि में सुनील को गमछे से गला दबाकर हत्या करना तथा साक्ष्य छुपाने के नियत से शव को खेत में फेंक देना बताया। जिसके बाद पुलिस ने लक्ष्मी देवांगन को पकड़ा। आरोपियों के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाजरब जप्त कर प्रकरण में धारा 201, 34 भादसं. जोड़ते हुए आरोपी रामकुमार केंवट पिता पिता गोपाल केंवट, उम्र 32 वर्ष एवं लक्ष्मी देवांगन पति स्व. सुनील देवांगन उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम नमदगिरी, थाना सूरजपुर को गिरफ्तार किया गया।
             कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल व एसडीओपी सूरजपुर नंदिनी ठाकुर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे, एएसआई अरूण गुप्ता, संजय सिंह, प्रधान आरक्षक राहुल गुप्ता, मोहम्मद तालिब शेख, आरक्षक लक्ष्मी नारायण मिर्रे, हरिशंकर सिंह व संदीप शर्मा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।