शुक्रवार, 26 जनवरी 2024

हत्या के आरोपी को थाना सूरजपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 04.01.2024 को ग्राम पोड़ी निवासी बीरा बाई पति स्व. राजेश गोंड़ ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि पति राजेश के साथ अपने मायके में रहती थी, पति अपने ससुराल में घर जमाई बन कर रह रहा था, हम दोनों का कोई संतान नहीं है जिस कारण यह अपने चचेरा भाई चमन सिंह के 5 वर्षीय पुत्री को लेकर 4-5 दिन से बिना बताए अपने ससुराल मंहगई चली गई थी, दिनांक 03.01.24 को अपने घर वापस आई तब चमन सिंह अपनी चचेरी बहन बीरा के पास जाकर यह कहते हुए कि तुम बिना बताए मेरी लड़की को कैसे ले गए कहते हुए गाली-गलौज करते हुए लकड़ी के बने हटका से मारपीट किया तब राजेश अपनी पत्नी को बीच-बचाव करने गया तब चमन ने राजेश को भी उसी लकड़ी के हटका से मारकर गंभीर चोट पहुंचाया जिस कारण वह बेहोश होकर गिर गया और उसकी मृत्यु हो गई। प्रार्थियां की रिपोर्ट थाना सूरजपुर में अपराध क्रमांक 05/24 धारा 302, 294, 323 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
           मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला ने प्रकरण के आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। थाना सूरजपुर पुलिस ने विवेचना के दौरान दबिश देकर आरोपी चमन सिंह पिता बिहारी लाल उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम पोड़ी उपरपारा, थाना सूरजपुर को पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया जिसके निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाजरब जप्त कर उसे गिरफ्तार किया है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे, एसआई संतोष सिंह, पियुष चन्द्राकार, प्रधान आरक्षक मोहम्मद तालिब शेख, विवेकानंद सिंह, राहुल गुप्ता, अदीप प्रताप सिंह, आरक्षक लक्ष्मी नारायण मिर्रे व हरिशंकर सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।