शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023

सेवानिवृत्त हुए निरीक्षक संतोष वर्मा ने उत्कृष्ट कार्य से जिले में बनाई विशेष पहचान-पुलिस अधीक्षक सूरजपुर निरीक्षक श्री वर्मा ने 43 वर्ष 9 माह तक दी विभाग में अपनी सेवाएं, पुलिस अधीक्षक ने किया सम्मानित।


सूरजपुर। जिला पुलिस कार्यालय सूरजपुर में पदस्थ कार्यालय अधीक्षक निरीक्षक (अ) संतोष कुमार वर्मा ने पुलिस विभाग में 43 वर्ष 9 माह तक लगातार अपनी सेवा देकर 30 नवम्बर 2023 को सेवा निवृत्त हुये जिन्हें पुलिस कार्यालय में एक सादे समारोह में पुलिस अधीक्षक श्री आई कल्याण एलिसेला सहित पुलिस अधिकारियों ने साल-श्रीफल एवं उपहार भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान सेवानिवृत्त संतोष वर्मा के परिजन व मित्रगण भी मौजूद रहे।
           इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री आई कल्याण एलिसेला ने कहा कि सेवानिवृत्त हो रहे श्री वर्मा ने सदैव अपने कार्यो के प्रति जवाबदेह रहे, उत्कृष्ट कार्य कर जिले में अपनी विशेष पहचान बनाई है, विभाग में लंबी अवधि तक लगातार जिला झाबुआ मध्यप्रदेश, जिला रायगढ़, सरगुजा व सूरजपुर में अपनी सेवाएं दी, इनके व्यक्तित्व में अनुशासन रहा है, जनता एवं विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों के समक्ष आदर्श छवि स्थापित करते हुए अपने अनुभवों से बेहतर कार्य करते हुए अधिनस्थों को सहयोग व मार्गदर्शन दिया।
            पुलिस विभाग की सेवा से सेवानिवृत्त हुए निरीक्षक संतोष कुमार वर्मा को पुलिस अधीक्षक ने साल, श्रीफल एवं उपहार भेंट कर सम्मानित करते हुए पेंशन स्वीकृति आदेश प्रदाय किया और बेहतर स्वास्थ्य एवं उज्जवल भविष्य की कामना की। समारोह में सेवानिवृत्त हुए श्री वर्मा ने कहा कि सभी के सहयोग से उत्कृष्ट कार्य करने का अवसर मिला इसके लिए सभी को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल, डीएसपी रामश्रृंगार यादव, नंदिनी ठाकुर, महालक्ष्मी कुलदीप, रितेश चौधरी सहित कई अधिकारी व कर्मचारियों ने श्री वर्मा के साथ किए गए कार्य अनुभव के बारे में बताया।
          इस दौरान सीएसपी एस.एस.पैंकरा, डीएसपी सिरिल एक्का, रक्षित निरीक्षक अशोक गिरी, रामप्रसाद पैंकरा, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे, अलरिक लकड़ा, सरफराज फिरदौसी, स्टेनो अखिलेश सिंह, निरीक्षक विमलेश दुबे, जावेद मियादाद, आनंद पैंकरा, यातायात प्रभारी सुनील सिंह, जिला पुलिस कार्यालय के सभी अधिकारी-कर्मचारी, सेवानिवृत्त हुए श्री वर्मा के परिजन व मित्रगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।