शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023

नशीले इंजेक्शन के सप्लायर को बिहार से पकड़कर लाई चौकी बसदेई की पुलिस।

 सूरजपुर। नशे के सप्लाई चैन पर चौकी बसदेई पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए नशीली इंजेक्शन सप्लाई करने वाले बिहार के डिहरी ओनसोन के मेडिकल स्टोर संचालक को दबिश देकर बिहार से पकड़ा है। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने सप्लायर को पकड़ने के लिए पुलिस टीम गठित कर लगाया था।

           ज्ञात हो कि दिनांक 21.08.23 को चौकी बसदेई पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर कार्यवाही करते हुए उंचडीह में घेराबंदी कर स्कार्पियों वाहन सहित चन्द्रिका गिरी, सुनील केंवट निवासी कोचिला, थाना पटना व संजय सिंह सा. रामपुर थाना पटना, जिला कोरिया को पकड़ा था जिनके कब्जे से करीब 2 लाख रूपये कीमत के 400 नग नशीली इंजेक्शन जप्त किया था पूछताछ पर ओनसोन बिहार के मॉ लक्ष्मी मेडिकल स्टोर के संचालक से नशीली इंजेक्शन बिक्री करने हेतु लाने की बात सामने आई थी। वहीं दूसरे मामले में दिनांक 13.11.23 को बसदेई पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर ग्राम सिरसी में घेराबंदी कर मोटर सायकल सहित आरोपी विकास कुशवाहा उर्फ विक्की का पकड़ा गया जिसके कब्जे से करीब 1 लाख 25 हजार रूपये कीमत के 250 नग नशीली इंजेक्शन जप्त किया था। इस मामले में भी आरोपी ने डिहरी ओनसोन बिहार के मॉ लक्ष्मी मेडिकल स्टोर के संचालक अमित कुमार के पास से नशीली इंजेक्शन बिक्री करने हेतु लाना बताया। मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही आरोपी विकाश को गिरफ्तार किया गया।
          मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला ने नशीली दवा के सप्लायर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। चौकी बसदेई पुलिस ने मामले की विवेचना में मॉ लक्ष्मी मेडिकल स्टोर के संचालक अमित कुमार पिता सुरेन्द्र प्रसाद उम्र 35 वर्ष निवासी स्टेशन रोड़ डेहरी, ओनसोन, थाना डिहरी नगर, जिला रोहतास बिहार के द्वारा प्रतिबंधित नशीली इंजेक्शन दवा को अवैध रूप से अपने संरक्षण में बिक्री कर औषधी व्यापार करना तथा अपराधिक षड़यंत्र कर अपराध का दुप्रेरणा करना पाए जाने पर विधिवत् बिहार में दबिश देकर पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार किया जिसे गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल व सीएसपी एस.एस.पैंकरा के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी बसदेई विजय सिंह, एएसआई लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता, प्रधान आरक्षक आनंद सिंह, आरक्षक सुरेश साहू, अमित सिंह, अभय तिवारी, देवदत्त दुबे सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।