शुक्रवार, 19 मई 2023

निर्माणाधीन मकान से कॉपर वायर चोरी मामले में थाना विश्रामपुर पुलिस ने 1 आरोपी को किया गिरफ्तार

सूरजपुर। दिनांक 13.05.23 को विश्रामपुर निवासी राजेश जैन ने थाना विश्रामपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि शिवनंदनपुर के निर्माणाधीन मकान में वायरिंग का काम चल रहा है जिसके लिए 38 हजार रूपये का कापर वायर खरीदा था, 12 मई को बिजली मिस्त्री व लेबर काम कर घर को बंद करके चले गए अगले दिन निर्माणाधीन मकान में गया तो देखा कि पीछे का दरवाजा खुला है और वायरिंग किए बिजली के तार को सभी जगह से खींच-खींच कर काट कर कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया है। रिपोर्ट पर धारा 457, 380 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने अज्ञात चोर की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में थाना विश्रामपुर पुलिस के द्वारा चोर की पतासाजी करने के दौरान मुखबीर की सूचना पर संदेही मोहम्मद सरफराज अंसारी को पकड़ा गया। पूछताछ पर उसने चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया जिसके निशानदेही पर 2 बंडल बिजली कापर वायर, वायर काटने वाला चाकू व घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल जप्त कर आरोपी मोहम्मद सरफराज अंसारी पिता मोहम्मद जाहिर उम्र 28 वर्ष निवासी शांतीपारा शिवनंदनपुर, थाना विश्रामपुर को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर राजेश खलखो, एएसआई शशि शेखर तिवारी, प्रवीण राठौर, प्रधान आरक्षक रामनिवास तिवारी, आरक्षक उमेश राजवाड़े, आसिफ अख्तर, ललन सिंह, बिहारी पाण्डेय, योगेश, प्यारेलाल राजवाड़े, विजय साहू व कृष्णा सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।