रविवार, 21 मई 2023

पिता की हत्या करने वाले आरोपी पुत्र को थाना भटगांव पुलिस ने किया गिरफ्तार

सूरजपुर। बीते दिन ग्राम सकलपुर निवासी नान्हा राम सिंह ने थाना भटगांव में उपस्थित रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनाँक 20.05.2023 को दोपहर में जीतलाल अपने पत्नी मुन्नी बाई को घरेलू बातों को लेकर मारपीट कर रहा था तभी इसका भाई अमर साय बीच बचाव करने गया बोला कि बहू को क्यों मारपीट कर रहे हो, तब जीतलाल बोला कि बीच से हट जाओ नहीं तो आज तुमको पुज दूँगा कहकर मारने के लिये दौडाया तब मुन्नी वहाँ से भाग गई उसे भी मारने से सिर में चोट लगा है, उसके बाद जीतलाल अपने हाँथ में रखे लोहे के बसुला से अपने पिता अमर साय के सिर में मार दिया, जिससे अमर साय का दाहिने तरफ सिर कट गया, खून बहने लगा जिससे जमीन में गिर गया, उसके बाद जीतलाल अपने पिता अमर साय को घर के अन्दर परछी में ले जाकर लेटा दिया, कुछ समय बाद अमर साय की मृत्यु हो गई, अमर साय की मृत्यु जीतलाल के द्वारा लोहे के बसुला से सिर में मारने सिर कटने से हुई है। सूचना पर थाना भटगांव पुलिस ने मर्ग कायमी उपरान्त आरोपी के विरूद्ध धारा 302, 323, 324 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के सतत् मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने मामले के आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में थाना भटगांव पुलिस आरोपी की पतासाजी में लगी थी इसी बीच मुखबीर की सूचना पर घेराबंदी कर आरोपी जीतलाल पिता स्व. अमरसाय उम्र 37 वर्ष निवासी सकलपुर, थाना भटगांव को पकड़ा गया। पूछताछ पर उसने हत्या करना स्वीकार किया जिसके निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बसुला जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव राजेन्द्र साहू, एसआई सी.पी.तिवारी, बीएम गुप्ता, एएसआई जीपी यादव, सुमंत पाण्डेय, प्रधान आरक्षक सुंदरलाल, करन सिंह नेताम, पूरनचंद राजवाडे, आरक्षक प्रकाश साहू, मनोज जायसवाल, विनोद सिंह, शैलेष राजवाडे, मोहम्मद नौशाद, भोला शंकर राजवाडे, भूनेश्वर पाटले, वाहिद, प्रहलाद पैकरा, विश्वरंजन सिंह व प्रभाकर सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।