गुरुवार, 22 दिसंबर 2022

आईजी सरगुजा ने सूरजपुर पुलिस के साइबर प्रहरी कार्यक्रम का किया शुभारंभ, साइबर प्रहरी कार्यक्रम के तहत ब्राडकास्ट ग्रुप में 38 हजार लोगों को जोड़ा गया

  • ब्राडकास्ट ग्रुप में आईजी सरगुजा ने पोस्ट किया शुभकामना संदेश।
  • सूरजपुर पुलिस के साइबर प्रहरी लोगो का हुआ अनावरण।

सूरजपुर। जिले के हर व्यक्ति तक पुलिस की पहुंच बनाने, साइबर अपराध से बचाव, सुरक्षा के प्रति जागरूकता के संदेश, महत्वपूर्ण जानकारियों को त्वरित गति से लोगों तक पहुंचाने के लिए सूरजपुर पुलिस के द्वारा साइबर प्रहरी कार्यक्रम के तहत ब्राडकास्ट ग्रुप बनाकर 38 हजार लोगों को जोड़ा है। आमजनता की सुरक्षा, अपराध से बचने की जानकारी देने व जागरूकता से जुड़े सूरजपुर पुलिस की इस नई पहल "साइबर प्रहरी" कार्यक्रम का शुभारंभ गुरूवार, 22 दिसम्बर को पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा श्री रामगोपाल गर्ग के द्वारा जिला पंचायत सूरजपुर के सभाकक्ष में किया गया।
            इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग ने कहा कि साइबर अपराध, ऑनलाईन फ्राड करने वाले ज्यादातर दिगर प्रदेश के होते है, साइबर अपराध होने के बाद आरोपी की धरपकड़, पीड़ित की मदद कर उनकी मेहनत की कमाई को वापस दिलाने की कार्यवाही पुलिस के द्वारा सुनिश्चित कराई जाती है, किन्तु नागरिकगण साइबर अपराध व ऑनलाईन फ्राड के प्रति एलर्ट और जागरूक रहेंगे तो ऐसी घटना ही न हो, इस प्रकार के अपराध को रोकने के उद्देश्य को लेकर सूरजपुर पुलिस के द्वारा साइबर प्रहरी कार्यक्रम की शुरूवात की है। साइबर प्रहरी कार्यक्रम के तहत प्रथम चरण में जिले के 38 हजार लोगों को वाटसएप ब्राडकास्ट ग्रुप से जोड़ा गया है जिसके माध्यम से उन्हें साइबर क्राईम से जुड़ी सूचनाएं तथा कोई भी व्यक्ति धोखाधड़ी का शिकार न हो, न केवल साइबर बल्कि बहुत सारे अपराध से बचाव के लिए जागरूकता संबंधी जानकारी कम समय में त्वरित गति से उपलब्ध कराई जायेगी। आईजी सरगुजा श्री गर्ग ने कहा कि पुलिस और जनता का संबंध बना रहेगा तो अपराधों पर अकुंश लगाया जा सकेगा। सूरजपुर पुलिस की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम बेहतर पुलिसिंग को और मजबूत करेगा। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने कहा कि आईजी सरगुजा श्री रामगोपाल गर्ग के मार्गदर्शन में साइबर प्रहरी कार्यक्रम की रूपरेखा बनी, जिले के 13 थाना व 10 चौकियों के सम्पूर्ण क्षेत्र में कुल 543 गांव है, यहां के सभी नागरिकों तक पुलिस की पहुंच बनाने के लिए पहले फेज में 38 हजार लोगों का 110 ब्राडकास्ट ग्रुप बनाया गया है और निरंतर नए ग्रुप बनाए जा रहे है। दूसरे फेज में जिले के सभी वाटसएप यूजर को साइबर प्रहरी कार्यक्रम में जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्यक्रम के तहत नागरिकों को अपराध से बचाव के लिए जागरूक करने में मदद मिलेगी। साइबर सेल व पुलिस कन्ट्रोल रूम के अधिकारी और जवान समय-समय पर साइबर, ऑनलाईन फ्राड, यातायात नियमों की जानकारी सहित अन्य अपराध से बचाव के बारे में जानकारी साझा करेंगे और लगातार उनसे संवाद स्थापित कर जानकारियों से अवगत करायेंगे। सीईओ जिला पंचायत सुश्री लीना कोसम में सूरजपुर पुलिस के साइबर प्रहरी कार्यक्रम को बेहद उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत कम समय में ज्यादा लोगों तक पुलिस की पहुंच बनेगी, उन्हें कई विषयों व अपराध से बचाव के लिए जागरूक किया जा सकेगा। पुलिस के इस अभियान में प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग देने की बात कही। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन साइबर प्रहरी कार्यक्रम की नोडल अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह के द्वारा किया गया तथा मंच संचालन प्रधान पाठक सीमांचल त्रिपाठी ने किया।

ब्राडकास्ट ग्रुप में आईजी सरगुजा ने पोस्ट किया शुभकामना संदेश

कार्यक्रम के दौरान आईजी सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग ने सूरजपुर पुलिस के साइबर प्रहरी के ब्राडकास्ट ग्रुप में शुभकामना संदेश पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि सही सूचनाओं का विश्वसनीय तरीके से प्रसार किया जाएगा जिसमें आनलाइन ठगी के नए-नए आ रहे तरीकों के बारे में व उनसे बचने के उपायों सहित अन्य जरूरी जानकारी दी जाएगी। जिले की जनता को जागरूक कर सभी को सायबर प्रहरी बनाना है जिससे सभी एक दूसरे का सहयोग कर आनलाईन खतरों से एक दूसरे को बचा सके।

सूरजपुर पुलिस के साइबर प्रहरी लोगो का हुआ अनावरण।

कार्यक्रम के दौरान सूरजपुर पुलिस के साइबर प्रहरी कार्यक्रम का आकर्षक लोगो का अनावरण आईजी सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग, पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू, सीईओ जिला पंचायत सुश्री लीना कोसम के द्वारा किया गया। अतिथियों के मानस पटल पर कार्यक्रम अक्षुण्ण रखने स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस दौरान डीएसपी मुख्यालय नंदिनी ठाकुर, एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी, एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह, जिले के समस्त थाना-चौकी प्रभारी, थाना-चौकी के बीट के आरक्षकगण व पत्रकारगण मौजूद रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।