शनिवार, 17 दिसंबर 2022

सूरजपुर पुलिस को मिला 2 एविडेंश कलेक्शन बाक्स, पुलिस आधुनिकीकरण की दिशा में प्रदेश के बढ़ते कदम



सूरजपुर। छत्तीसगढ़ शासन व पुलिस मुख्यालय रायपुर के द्वारा जिला पुलिस सूरजपुर को महत्वपूर्ण संवेदनशील प्रकरणों में घटना स्थल पर उपलब्ध भौतिक साक्ष्यों को सुरक्षित/संकलित करने के लिए पुलिस बल आधुनिकीकरण योजना अन्तर्गत 2 नग एविडेंश कलेक्शन बाक्स (किट) उपलब्ध कराया है। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने उक्त एविडेंश कलेक्शन बाक्स का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि एविडेंश कलेक्शन बाक्स में घटना स्थल से साक्ष्य संकलित करने के लिए 43 एक्युपमेंट मौजूद है। प्राप्त हुए 2 एविडेंश कलेक्शन बाक्स (किट) को थाना सूरजपुर व प्रेमनगर को प्रदाय किया जा रहा है ताकि वैज्ञानिक पद्धति से घटना स्थल पर मौजूद भौतिक साक्ष्यों को संकलित किया जा सके। इस दौरान निरीक्षक धर्मानंद शुक्ल, स्टोर प्रभारी सुलेमान लकड़ा व एएसआई विराट विशी मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।