शनिवार, 17 दिसंबर 2022

एसईसीएल के महान-1 खदान में मारपीट की घटना अंजाम देने वाले 2 और आरोपी गिरफ्तार

सूरजपुर। दिनांक 15.12.2022 को एसईसीएल महान-1 खदान के सुरक्षा प्रभारी शंभूनाथ सिंह ने थाना भटगांव में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 14.12.22 के रात्रि में महान-1 ओसीएम बंद खदान वर्कशॉप स्टोर में हरगोविन्द सिंह व संतोष की ड्यूटी स्टोर ऑफिस में लगी थी, रात्रि करीब 1.30 बजे स्टोर ऑफिस तरफ हल्ला होने पर ओमकार सिंह के साथ जाकर देखे कि हरगोविन्द के सिर में चोट लगा था खून निकल रहा था पूछने पर हरगोविन्द ने अज्ञात चोरों के पत्थर फेंककर मारने से नहीं हटने पर अज्ञात लोगों के द्वारा डण्डा से मारपीट कर चोट पहुंचाए। रिपोर्ट पर थाना भटगांव में अपराध क्रमांक 245/22 धारा 457, 294, 506, 336, 323, 34 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामला पंजीबद्ध होने के बाद थाना भटगांव पुलिस ने कार्यवाही करते हुए शुक्रवार को 1 आरोपी रमेश राजवाड़े को गिरफ्तार किया था।
                पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने मामले में संलिप्त आरोपियों की पतासाजी करते हुए जल्द गिरफ्तारी के निर्देश थाना प्रभारी भटगांव को दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व डीएसपी मुख्यालय नंदिनी ठाकुर के मार्गदर्शन में थाना भटगांव की पुलिस आरोपियों की धरपकड़ हेतु लगातार दबिश दे रही थी इसी बीच मुखबीर की सूचना पर घटना में संलिप्त आरोपी सुरेन्द्र राजवाड़े पिता रामकिशुन उम्र 22 वर्ष एवं गायत्री प्रसाद सोनपाकर पिता सुखदेव सोनपाकर उम्र 22 वर्ष निवासी कपसरा, थाना भटगांव को घेराबंदी कर शनिवार को पकड़ा गया। पूछताछ पर आरोपियों ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया, मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव शरद चंद्रा, एसआई सी.पी.तिवारी, बृजमोहन गुप्ता, प्रधान आरक्षक संजय चौहान, आरक्षक रजनीश पटेल, प्रकाश साहू, नौशाद खान, ताराचंद यादव व संतोष जायसवाल सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।