गुरुवार, 29 सितंबर 2022

थाना ओड़गी की पुलिस ने छात्रों को यातायात नियमों और साइबर अपराधों की जानकारी दी, आईटीआई स्कूल ओड़गी में हुआ जागरूकता कार्यक्रम

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू के निर्देश पर थाना ओड़गी की पुलिस ने गुरूवार को आईटीआई स्कूल ओड़गी में स्कूली छात्रों को यातायात नियम और साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी द्वारा स्कूली छात्र-छात्राओं को जन जागरूकता के लिए शैक्षणिक संस्थाओं में चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम की कड़ी में गुरुवार को आईटीआई स्कूल में यह कार्यक्रम हुआ। इसमें थाना प्रभारी ओड़गी एन.के.त्रिपाठी ने छात्रों को सड़क सुरक्षा के जुड़े बिंदुओं पर जागरूक कर साइबर अपराधों के बारे में भी बताकर जागरूक किया। उन्होंने छात्र- छात्राओं से कहा कि अपने स्कूल, घर के आसपास होने वाले अपराध या आपराधिक गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दे। अनजान लोगों से वाटसएप्प और फेसबुक पर अनजान लोगों से बातचीत न करें। महिला सुरक्षा के लिए बनाए गए अभिव्यक्ति ऐप एवं उसके इस्तेमाल को लेकर छात्राओं को जानकारी दी गई। थाना प्रभारी ने छात्रों को वाहन रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लाइसेंस व वाहन का बीमा होने के फायदे व नुकसान बताए, दोपहिया वाहन चलाते वक्त क्या-क्या दस्तावेज रखने चाहिए, दोपहिया वाहन चलाने के लिए व लाइसेंस बनवाने की उम्र आदि बताए, आकस्मिक सेवाएं तत्काल पुलिस की मदद कैसे ली जा सकती है, घायल को प्राथमिक उपचार दिलाने के लिए 108, चाइल्ड हेल्प लाइन व डॉयल 112 हेल्पलाइन नंबर से भी अवगत कराया। थाना प्रभारी ने छात्रों से अपील किया कि परिवार के सदस्यों को यातायात नियमों से अवगत कराए, टू व्हीलर पर हेलमेट लगाकर चलने, फोर व्हीलर में सीट बेल्ट लगाकर वाहन चलाने एवं सफर के दौरान क्यों ना ज्यादा समय लग जाए किन्तु वाहन तय गति से चलाकर सुरक्षित सफर करने कहा। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।