गुरुवार, 29 सितंबर 2022

थाना विश्रामपुर पुलिस ने डकैती मामले में 01 आरोपी को किया गिरफ्तार

सूरजपुर। दिनांक 24.11.21 को ट्रक चालक बसंत कुमार निवासी सतपता अपने ट्रक वाहन को लेकर धान लोड करने रामनगर धान संग्रहण केंद्र के पास मेन रोड में खड़ी किया था और केबिन में सो रहा था रात करीब 11 बजे इसके ट्रक में कुछ आवाज आया तो नींद खुलने पर देखा कि इसके गाड़ी का डीजल 5-6 व्यक्ति निकाल रहे हैं नजदीक में दो नग सफेद कलर का बोलेरो वाहन खड़े थे यह उनका विरोध किया तो उनके द्वारा इसे मारपीट किए और जेब में रखे 32 सौ रुपए, लॉकेट व घड़ी को लूट लिए, उसी दौरान थाना बिश्रामपुर की पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ी रास्ते से गुजर रही थी जिसे देखकर उक्त व्यक्ति ट्रक से निकाले डीजल को लेकर भागने लगे, पुलिस पार्टी द्वारा उनका पीछा किया गया जो रेलवे क्रॉसिंग के पास नर्सरी में दोनों सफेद रंग के बोलेरो वाहन को छोड़कर आरोपी भाग निकले। पुलिस द्वारा दोनों बोलेरो वाहन एवं डीजल को चोरी करने के सामान को मौके पर से जप्त किया गया तथा प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना बिश्रामपुर में अपराध क्रमांक 240/21 धारा 395, 294, 506, 323 भादसं व 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध किया। विवेचना दौरान घटना में प्रयुक्त जप्तशुदा वाहन के पंजीयन एवं मुखबीर की सूचना पर प्रकरण में चार आरोपियों को पूर्व में ही गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने प्रकरण के अन्य आरोपियों की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में थाना विश्रामपुर की पुलिस आरोपी की पतासाजी में लगी थी इसी बीच मुखबीर की सूचना पर आरोपी मनोज सिंह पिता परमेश्वर सिंह उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम करहनी, थाना मरवाही, जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही को पुलिस टीम के द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ पर आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया जिसे विधिवत गिरफ्तार किया गया। प्रकरण के अन्य फरार आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर के.डी.बनर्जी, एएसआई अरूण गुप्ता, प्रधान रामनिवास तिवारी, आरक्षक अकरम मोहम्मद, अखिलेश पांडे एवं अजय प्रताप सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।