मंगलवार, 6 सितंबर 2022

आमगांव खदान से कोयला चोरी मामले में 8 व्यक्ति गिरफ्तार, थाना रामानुजनगर पुलिस की कार्यवाही। 60 हजार रूपये के 6.5 टन चोरी का कोयला बरामद।


सूरजपुर। बीते 5 सितम्बर 2022 को आमगांव कोयला खदान के सुरक्षा प्रभारी पवन शर्मा ने थाना रामानुजनगर में लिखित आवेदन दिया कि आमगांव खुली खदान में वर्तमान में कोयला उत्खनन कर भण्डारण कर परिवहन का कार्य जारी है, दिनांक 03.09.22 के रात्रि में अज्ञात ग्रामीणों के द्वारा खदान में भण्डारण किए गए कोयला में से करीब 6 टन कोयला को चोरी कर ले गए है। रिपोर्ट पर अज्ञात लोगों के विरूद्ध धारा 379, 34 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने कोयला चोरों की पतासाजी करते हुए जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में थाना रामानुजनगर की पुलिस ने कोयला चोरों की पतासाजी करने के दौरान मुखबीर से सूचना मिला कि ग्राम साल्ही के जय कुमार साहू अपने साथियों के साथ ओपन कास्ट खदान आमगांव से कोयला चोरी कर अपने घर में रखे है। जय कुमार साहू को तलब कर हिकमत अमली से पूछताछ करने पर अपने साथी सूरज यादव, भुनेश्वर, धर्मजीत, देवसाय, लक्ष्मण, कमल साय व श्रवण कुमार के साथ मिलकर कोयला चोरी कर अपने-अपने घर में छुपा कर रखना बताया। पुलिस टीम ने तहसीलदार संजय राठौर व एसईसीएल प्रबंधन की मौजूदगी में विधिवत् आरोपियों के निशानदेही पर 6.5 टन कोयला कीमत 60 हजार रूपये व परिवहन में प्रयुक्त 7 नग सायकल जप्त किया है। मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
                पुलिस ने खदान से कोयला चोरी करने वाले ग्राम साल्ही खालपारा निवासी जय कुमार साहू पिता राजू साहू उम्र 32 वर्ष, सूरज यादव पिता कुसूम साय बरगाह उम्र 23 वर्ष, ग्राम आमगांव निवासी भुनेश्वर पिता समन उम्र 25 वर्ष, धर्मजीत तिर्की पिता शिवबालक तिर्की उम्र 20 वर्ष, देवसाय पिता मोहर साय उम्र 40 वर्ष, लक्ष्मण तिर्की पिता प्रदीप तिर्की उम्र 24 वर्ष, कमल साय पिता स्व भानसाय उम्र 50 वर्ष एवं श्रवण कुमार पिता स्व. दुलार साय उम्र 36 वर्ष को गिरफ्तार किया है। इस कार्यवाही में प्रशिक्षु डीएसपी दीपमाला कुर्रे, एसआई मनिप्रसाद राजवाड़े, एएसआई बिसुनदेव पैंकरा, माधव सिंह, चौकी प्रभारी उमेश्वरपुर देवनाथ चौधरी, प्रधान आरक्षक हंसराम कनेडिया, आरक्षक रूपदेव सिंह, चन्द्रकुमार साहू, सैनिक बाबुलाल, मानसाय व नरेन्द्र साहू सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।