बुधवार, 6 नवंबर 2019

पुलिस स्कूली छात्राओं को सुरक्षा के प्रति कर रही जागरूक......


महिला एसआई ने छात्राओं से 1 टू 1 बातचीत कर उनके जिज्ञासाओं का किया समाधान

असुरक्षा व असहजता पर तत्काल पुलिस को दे सूचना

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा के मार्गदर्शन में जिले की पुलिस लगातार किसी न किसी स्कूलों में पहुंचकर छात्र-छात्राओं को उनकी सुरक्षा, उनके हितों में बने कानूनी प्रावधान, वर्तमान परिदृष्य में हो रहे धोखाधड़ी से बचाव की जानकारी दे रही है।
06 नवम्बर को थाना भटगांव के एसआई आराधना बनोदे ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पहुंची और स्कूली छात्राओं से आव्हान किया कि वे समाज में निर्भीक होकर रहे तथा जब भी उन्हें किसी भी क्षण असुरक्षा व असहजता के आभास हो तो वे नजदीकी पुलिस थाना की मदद ले। उन्होंने अपना तथा थाना प्रभारी को मोबाईल नंबर छात्राओं को नोट कराया। उन्होंने ने छात्राओं से वन टू वन बातचीत करते हुए उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया और कहा कि पुलिस सबकी मदद करती है पुलिस की छवि सहयोगात्मक रवैए की है, छात्राएं जब भी मदद मांगेगी तो पुलिस अधिकारी तत्परता से सहयोग करेगी।
इस दौरान पुलिस ने छात्राओं को गुड टच व बैड टच, साईबर से संबंधित अपराध, वर्तमान में हो रहे आनलाईन खरीदी, एटीएम फ्राड, लाटरी के नाम किए जा रहे धोखाधड़ी से सावधान रहने की समझाईश देते हुए कहा कि यातायात नियमों का पालन करें और नियमों की जानकारी से अपने अभिभावकों को अवगत कराने हेतु कहा। सखी वन स्टाप सेंटर, महिला हेल्प लाईन नंबर 181 तथा सेल्फ डिफेंस की जानकारी दी।
इस दौरान स्कूल के प्राचार्य, शिक्षकगण सहित काफी संख्या में स्कूली छात्राएं उपस्थित रही।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।