रविवार, 25 सितंबर 2022

थाना सूरजपुर पुलिस ने मोटर सायकल चोर गिरोह का किया भाडाफोड।10 लाख रूपये कीमत के 15 नग मोटर सायकल जप्त

एक विधि से संघर्षरत बालक सहित 6 आरोपी गिरफ्तार।

पुलिस टीम किए जाएंगे पुरस्कृत-पुलिस अधीक्षक सूरजपुर।

सूरजपुर। दिनांक 18.09.22 को वार्ड क्रमांक 04 महगवां सूरजपुर निवासी मुस्तैशन बहना ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 28 अगस्त को उसकी एचएच डिलक्स मोटर सायकल को किसी अज्ञात व्यक्ति ने चोरी कर लिया है। रिपोर्ट पर धारा 379 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने थाना प्रभारी सूरजपुर को मोटर सायकल चोरी पर अंकुश लगाने एवं चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी प्रकाश राठौर ने एक टीम बनाकर मोटर सायकल चोर की पतासाजी के लिए सूचना तंत्र को एक्टिव करते हुए गंभीरतापूर्वक पतासाजी करने लगाया। बीते दिन थाना प्रभारी सूरजपुर को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि 3 व्यक्ति पुराना बस स्टैण्ड के पास मोटर सायकल बिक्री करने के लिए ग्राहक की खोज कर रहे है। सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए घेराबंदी कर मोटर सायकल सहित राजा सोनवानी उर्फ सोनू पिता नरेश उम्र 19 वर्ष निवासी तुरियापारा-मानपुर, त्रयम्बक भास्कर पिता महिपाल उम्र 23 वर्ष निवासी पिपरा, थाना पटना, जिला कोरिया व राकेश सोनवानी पिता बच्चालाल उम्र 19 वर्ष निवासी खुटरापारा सोनहत, जिला कोरिया को पकड़ा गया। 
                पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि तीनों साहूगली में किराये का मकान लेकर रहते है, मानपुर से चोरी किए गए स्पलेण्डर मोटर सायकल से तीनों बैठकर महगवां गए और वहीं के एक घर के सामने खड़ी एचएच डिलक्स मोटर सायकल चोरी किए और उसे किराए के मकान में लाकर रख दिए। कड़ी पूछताछ पर आरोपियों ने कबूल किया कि इस वर्ष सूरजपुर से 09, अम्बिकापुर से 05 व पटना जिला कोरिया से 01 नग कुल 15 मोटर सायकल को विभिन्न स्थानों से चोरी करना बताये।
पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि चोरी किए गए 15 मोटर सायकलों को आपस में बाट लिए और चोरी की मोटर सायकल को ग्राम डुमरिया, थाना पटना निवासी उमेश सोनवानी, ग्राम पड़िता बचरापोड़ी थाना खड़गवां जिला कोरिया निवासी विनोद उर्फ बबलू एवं 1 विधि से संघर्षरत् बालक को बिक्री कर दिए। पुख्ता जानकारी के आधार पर इन तीनों को भी पकड़ा गया। आरोपियों के निशानदेही पर चोरी की 15 मोटर सायकल कीमत करीब 10 लाख रूपये का जप्त कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर प्रकाश राठौर, एएसआई रघुवंश सिंह, प्रधान आरक्षक मोहम्मद तालिब शेख, इसित बेहरा, आरक्षक रामकुमार नायक, लक्ष्मी नारायण मिर्रे, राधेश्याम साहू सक्रिय रहे।

वारदात का तरीका- पुलिस के पूछताछ पर आरोपी राजा, त्रयम्बक व राकेश ने बताया कि तीनों भोर में 3 बजे घुम-घुमकर घर के बाहर खड़ी मोटर सायकलों का पहले रेकी करते थे और जिन मोटर सायकलों में हेण्डल लॉक नहीं लगा रहता था उसे पहले चोरी करते थे और जिन मोटर सायकल में हेण्डल लॉक रहता था उसके लॉक को तोड़कर, बाईक के तार के स्वीच को डायरेक्ट कर मोटर सायकल चालू कर चोरी कर ले जाते थे। 

            आरोपियों ने इन मोटर सायकलों को किया चोरी- आरोपियों ने पटना, सूरजपुर व अम्बिकापुर के विभिन्न स्थानों से टीव्हीएस अपाचे 2 नग, हीरो एचएफ डिलक्स 6 नग, होण्डा पैशन प्रो-02 नग, होण्डा साईन 01 नग, बजाज प्लेटिना 1 नग, बजाज 220 पल्सर 1 नग, बजाज 150 सीसी पल्सर 1 नग एवं बजाज सीटी 100- 01 नग कुल 15 मोटर सायकलों को चोरी किया था। इन चोरों ने बड़े चालाकी से मोटर सायकलों के मूल नंबर प्लेट को बदलकर नकली नंबर प्लेट लगाकर तथा कुछ मोटर सायकलों के चेचिस नंबरों से भी छेड़छाड़ कर खरीददार को बिक्री किया था।

पुलिस टीम होंगे पुरस्कृत- मोटर सायकल चोर गिरोह का भाडाफोड़ कर आरोपियों की गिरफ्तारी एवं करीब 10 लाख रूपये कीमत के 15 नग मोटर सायकल की बरामदगी पर पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने थाना सूरजपुर की पुलिस टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।