शुक्रवार, 19 अगस्त 2022

सड़क हादसे में घायल 16 लोगों की सूरजपुर पुलिस की हाइवे पेट्रोलिंग ने बचाई जान। अधिकारी व जवानों के मनोबल को बढ़ाने पुलिस अधीक्षक ने दिया नगद ईनाम।




सूरजपुर। जिले में लगातार हाइटेक सुविधाओं से लैस हाइवे पेट्रोलिंग वाहन निरंतर कार्यरत् हैं। इस वर्ष अब तक सड़क हादसे में घायल 16 लोगों को समय पर अस्पताल में भर्ती कराकर टीम ने घायलों को दूसरा जीवन देने का काम किया है। यही नहीं, हाइवे पर लगने वाले जाम को भी हटवाकर यातायात बहाल रखने का काम किया जा रहा है।
        सूरजपुर से गुजरने वाले एनएच 43 में सड़क हादसे में घायलों को तत्काल सहायता मुहैया कराने, यातायात जाम क्लियर कराने के साथ अवरोधकों को हटाने के उद्देश्य से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस 1 हाइवे पेट्रोलिंग वाहन संचालित हैं। ये वाहन मुख्यतः सूरजपुर, विश्रामपुर व जयनगर थाना क्षेत्र में 24 घंटे उपस्थित रहता है। हाइवे में संचालित हाइवे पेट्रोलिंग टीम सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को उपचार के लिए तत्काल नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाने का काम लगातार करती आ रही है। संजीवनी 108 एंबुलेंस की तर्ज पर सड़क हादसे में घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाने में हाईवे पेट्रोलिंग वाहन काफी उपयोगी साबित हुआ है।  पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हमारे लिए हर एक व्यक्ति की जान कीमती है, यातायात प्रभारी बृजकिशोर पाण्डेय की देखरेख में संचालित हाईवे पेट्रोलिंग के द्वारा निरंतर अपने बीट में भ्रमण कर यातायात व्यवस्था बनाने के साथ ही सड़क दुर्घटना घटित होने की सूचना पर फौरन मौके पर पहुंचकर घायलों को प्राथमिक उपचार के देने के साथ ही नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंचाते हुए संबंधित के परिजनों को सूचित भी किया जा रहा है। इस टीम के द्वारा अपने कर्तव्यों के निर्वहन के साथ ही जीवन बचाने का नेक कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हाईवे पेट्रोलिंग में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों के निष्ठापूर्वक कार्य पर उन्हें नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है।

*इन लोगों की बचाई गई जान-*
हाईवे पेट्रोलिंग में तैनात अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा जिले सहित दूसरे प्रदेश के रहने वाले भोले सिंह, ओमकार साहू, महेश राजवाड़े, राजलाल किण्डो, इजहार, मनू, सबनम परवीन, मोनू कुमार, आसन कुमार, सोनू सिंह सहित 6 अन्य लोगों की सड़क दुर्घटना होने की सूचना पर कम समय में मौके पर पहुंचकर घायलों को प्राथमिक उपचार देने के साथ ही बेहतर उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया गया और जान बचाई गई।

*इस संसाधनों से लैस हैं हाईवे पट्रोलिंग वाहन-* 
हाइवे पेट्रोलिंग वाहन सभी अतिआधुनिक एवं तकनीकि संसाधनों से लैस हैं। इनमें जीपीएस सिस्टम, ब्रीथ एनालाईजर(एल्कोमीटर), स्मार्ट फोन, रिफ्लेक्टर जैकेट, रेनकोट, एलईडी बेटन, एलईडी लाईट, पी.ए. सिस्टम एवं सायरन, वायरलेस सेट, डिजिटल कैमरा, फर्स्ट एड बॉक्स, अग्नि शमन यंत्र, सर्ट लाईट, टूल किट (टोइंग हेतु), स्ट्रैचर की सुविधा उपलब्ध है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।