शुक्रवार, 19 अगस्त 2022

सूरजपुर के रेवटी पुलिस ने पकड़ा 2 शातिर अन्तर्राज्यीय गांजा तस्कर, दो लाख 20 हजार का गांजा बरामद। तस्कर गांजे को अम्बिकापुर से बनारस लेकर जा रहे थे।


सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू के सख्त निर्देश के बाद नशे के अवैध कारोबारियों के विरूद्ध पुलिस की लगातार एक के बाद एक बड़ी कार्यवाही जारी है। इसी क्रम में चौकी रेवटी पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर उत्तरप्रदेश के 2 शातीर गांजा तस्करों को पकड़ा है जिनसे 11 किलो गांजा जप्त किया गया है। तस्कर गांजा को अम्बिकापुर से बनारस ले जा रहे थे। गुरूवार को चौकी प्रभारी रेवटी सुनील सिंह को मुखबीर से सूचना मिला कि एक मोटर सायकल में 2 गांजा तस्कर अम्बिकापुर से बनारस की ओर गांजा लेकर जा रहे है। एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए चौकी रेवटी पुलिस ने बनारस मुख्य मार्ग के ग्राम भेड़िया में घेराबंदी कर मोटर सायकल सहित नीरज सिंह पिता जीत बहादूर सिंह उम्र 32 वर्ष निवासी नीबाबल, थाना लालगंज, जिला मिर्जापुर उत्तरप्रदेश एवं बबलेश कोल पिता रामधनी कोल उम्र 27 वर्ष ग्राम खरीहट कला, थाना लालगंज, जिला मिर्जापुर उत्तरप्रदेश को पकड़ा।
बड़ी सफाई से छिपाकर रखे थे गांजा- पुलिस ने दोनों आरोपियों के कब्जे से 4 किलो गांजा जप्त किया और गांजा के बारे में कड़ी पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि मोटर सायकल की सीट में और गांजा छिपाकर रखे है जिसके बाद पुलिस ने और 7 किलो गांजा बरामद किया। आरोपियों ने बड़ी सफाई के साथ मोटर सायकल की सीट के नीचे बडे़ शातिराना तरीके से गांजा छिपाकर रखा था ताकि इसकी भनक किसी को न लग सके।
मामले में आरोपियों से कुल 11 किलो मादक पदार्थ गांजा कीमत करीब 2 लाख 20 हजार रूपये एवं परिवहन में प्रयुक्त मोटर सायकल जप्त कर धारा 20(बी) एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी रेवटी सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक अखिलेश यादव, प्रदीप उपाध्याय, आरक्षक शैलेन्द्र सिंह, तिरथ राजवाड़े, निर्मल राजवाड़े, जयजीत, सैनिक रामा शंकर व प्रेम सिंह सक्रिय रहे।

पुरस्कृत हुई टीम

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने चौकी रेवटी पुलिस टीम को गांजा तस्करों के विरूद्ध तत्परतापूर्वक कार्यवाही करने पर उनके उत्साहवर्धन के लिए 500 रूपये के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।