बुधवार, 17 अगस्त 2022

सूरजपुर पुलिस का सायबर अपराध से आजादी का महाअभियान सायबर की पाठशाला का हुआ आगाज

*सायबर सेल की टीम शत-प्रतिशत स्कूलों में सायबर की पाठशाला का करेगी आयोजन


सूरजपुर। स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ आजादी के अमृत महोत्सव के दिन पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू के निर्देश पर सायबर अपराध से बचाव की एक अनोखी मुहिम की शुरूवात की गई है जिसका नाम सायबर की पाठशाला है। पूरे जिले में यह अभियान चलाने एवं इसके सफल संचालन को लेकर पुलिस अधीक्षक ने जिले के पुलिस राजपत्रित अधिकारी, थाना-चौकी प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए इस मुहिम को चलाने की जिम्मेदारी साइबर सेल प्रभारी एसआई नीलाम्बर मिश्रा को सौंपी है और शिक्षा विभाग को इस पुनीत कार्य में सहयोग करने कहा है।
        पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने बताया कि 15 अगस्त आजादी के 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के अवसर पर यह निर्णय लिया गया है कि साइबर क्राईम के बारे में नवयुवकों, अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं को जानकारी होना बेहद जरूरी है इसके लिए आगामी 5 माह तक पुलिस विभाग के द्वारा प्रतिदिन जिले के मीडिल, हाईस्कूलों और महाविद्यालय में साइबर सेल की टीम के द्वारा छात्र-छात्राओं के साथ संवाद स्थापित कर साइबर अपराध से बचाव के बारे में जानकारी दी जायेगी, व्हाट्सएप, फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से हो रहे आनलाईन फ्राड, मोबाइल सेफ्टी डिवाईस टिप्स की जानकारी दी जायेगी एवं इस प्रकार की घटना होने पर बिना डरे पुलिस के साथ जानकारी साझा करने के बारे में अवगत कराया जायेगा। सायबर की पाठशाला का आयोजन शत् प्रतिशत स्कूलों-महाविद्यालय में कराए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।