शुक्रवार, 1 जुलाई 2022

सेवा निवृत्त हुए एसआई के.पी.चौहान को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने किया सम्मानित।एसआई ने 39 वर्ष 7 माह तक दी विभाग में अपनी सेवाएं।

सूरजपुर। पुलिस विभाग में लगातार 39 वर्ष 7 माह तक सेवा देकर गुरूवार 30 जून 2022 को सेवा निवृत्त हुये सूरजपुर जिले में पदस्थ एसआई के.पी.चौहान को पुलिस कार्यालय में एक सादे समारोह में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू सहित पुलिस अधिकारियों ने साल-श्रीफल एवं उपहार भेंट कर सम्मानित किया।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने कहा कि एसआई के.पी.चौहान आज सेवानिवृत्त हो रहे है, इन्होंने पुलिस विभाग में 39 वर्ष 7 माह तक अपनी सेवाएं दी है इस दौरान सरगुजा रेंज के विभिन्न जिलों में बेहतर कार्य सम्पादित किए। उन्होंने कहा कि एसआई सदैव अपने कार्यो के प्रति जवाबदेह रहे, विषम परिस्थितियों में भी चुनौतियों का डटकर सामना किया और सफलता अर्जित किया, अधिनस्थों को सहयोग व मार्गदर्शन देते हुए कर्तव्य निष्ठ रहते हुए अनुशासन को बनाए रखा। पुलिस विभाग की सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे एसआई को पुलिस अधीक्षक ने साल, श्रीफल एवं उपहार भेंट कर सम्मानित कर पेंशन स्वीकृति आदेश प्रदाय किया और बेहतर स्वास्थ्य एवं उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर ने कहा कि एसआई का व्यवहार काफी उत्तम है, स्वभाव से सरल व मृदभाषी है, लम्बे समय तक पुलिस विभाग में सेवाएं दी है। उन्होंने एसआई को स्वस्थ, सुखमय पारिवारिक जीवन जीने और दीर्घायु होने की कामना की। इस दौरान डीएसपी मुख्यालय नंदिनी ठाकुर, रक्षित निरीक्षक भूपेन्द्र कुर्रे, कार्यालय अधीक्षक संतोष वर्मा, स्टेनो अखिलेश सिंह, रीडर धर्मानंद शुक्ला, निरीक्षक जावेद मियांदाद, प्रमोद किस्पोट्टा, स्थापना प्रभारी पंकज नेमा, आनंद पैंकरा, अमिताभ, सुलेमान लकड़ा, एसआई नीलाम्बर मिश्रा, एएसआई विराट विशी सहित कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।