शनिवार, 19 फ़रवरी 2022

अनाचार के 2 मामले में 2 आरोपी गिरफ्तार, थाना चांदनी पुलिस की कार्यवाही


सूरजपुर। दिनांक 17.02.2022 को चांदनी थाना क्षेत्र निवासी एक नाबालिक बालिका ने थाना में रिपोर्ट दर्ज किया कि 16 फरवरी को आरोपी दिनेश पण्डो उर्फ जोगेन्द्र ने उसके साथ जबरन अनाचार किया है। पीड़िता की रिपोर्ट पर धारा 376(2)(एन) भादवि व पास्को एक्ट की धारा 4, 6 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल ने आरोपी की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के मार्गदर्शन में थाना चांदनी की पुलिस ने 18 फरवरी को बैढन मध्यप्रदेश में घेराबंदी कर आरोपी दिनेश पण्डो उर्फ जोगेन्द्र को पकड़ा गया और विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। दूसरे मामले में दिनांक 11.02.2022 को चांदनी थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने थाना चांदनी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसकी नाबालिक पुत्री को आरोपी राकेश सिंह उर्फ दाउ उर्फ राम मिलन सिंह के द्वारा शादी का झांसा देकर बहला फुसलाकर भगाकर ले जाकर अनाचार किया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 363, 366, 376(2)(एन), 376(3) भादवि व पास्को एक्ट की धारा 4, 6 के तहत मामला पंजीबद्व किया गया। रिपोर्ट के बाद से ही आरोपी फरार था जिसकी लगातार पतासाजी की जा रही थी इसी बीच मुखबीर की सूचना पर 19 फरवरी को ग्राम गेतरा में आरोपी को घेराबंदी कर पकड़ा गया जिसे विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। इस कार्यवाही में एसआई बृजेश यादव, प्रधान आरक्षक मनोज वर्मा, आरक्षक रविराज पाण्डेय, संतकुमार पैंकरा, दीपक यादव, रामसागर साहू व रोशन सिंह सक्रिय रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।