मंगलवार, 15 फ़रवरी 2022

भारी मात्रा में नशीली दवाई के साथ 1 गिरफ्तार, थाना रामानुजनगर पुलिस की कार्यवाही

  • पकड़ा गया आरोपी चोरी के 2 मामलों में था संलिप्त, चोरी की सामग्री भी किया गया बरामद

सूरजपुर। अवैध कारोबार के विरूद्व पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल के निर्देश पर कार्यवाही लगातार जारी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में सोमवार, 14 फरवरी को अपराध विवेचना एवं स्थाई वारंटी पतासाजी के दौरान थाना रामानुजनगर की पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर ग्राम पटना बाजार चौक के पास घेराबंदी कर मोटर सायकल सहित मुनाजीर अंसारी पिता शेख मोहम्मद उम्र 30 वर्ष निवासी नारायणपुर को घेराबंदी कर पकड़ा जिसके कब्जे से रेक्सोजेसिक एम्पुल 20 नग, एविल इंजेक्शन 90 नग एवं लोपम इंजेक्शन 30 नग कीमत 2843 रूपये एवं परिवहन में प्रयुक्त मोटर सायकल जप्त कर अपराध क्रमांक 36/22 धारा 21(सी) एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर आरोपी को विधिवत गिरफ्तार किया है। एनडीपीएस एक्ट मामले में पकड़ा गया आरोपी मुनाजीर थाना रामानुजनगर में पंजीबद्ध चोरी के दो मामले अपराध क्रमांक 132/21 एवं 220/21 धारा 379 भादवि व 136 विद्युत अधिनियम में लोहे का एंगल एवं पावरग्रीड 400 केव्ही विद्युत टावर एंगल चोरी मामले में संलिप्त था जो पिछले 6 माह से फरार चल रहा था। चोरी के मामले में आरोपी मुनाजीर अंसारी के निशानदेही पर 9 पीस लोहे का एंगल, काले रंग का रोल पाईप (पानी) 9 मीटर कीमत 12 हजार रूपये का बरामद कर इस मामले में भी आरोपी की गिरफ्तारी की गई है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रामानुजनगर विकेश तिवारी, एसआई सुनीता भारद्वाज, एएसआई विशुन देव पैकरा, माधव सिंह, आरक्षक रविशंकर साहू, रामसागर साहू,, मनीष साहू, देवान सिंह, संतोष ठाकुर, गणेश सिंह, अमलेश्वर सिंह, सैनिक दिनेश यादव, देवचंद पाण्डेय, मानसाय, अजीत सिंह व दिनेश यादव सक्रिय रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।