गुरुवार, 13 जनवरी 2022

सूरजपुर पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुजरात से अपहृत बालिका को किया दस्तयाब, आरोपी गिरफ्तार



सूरजपुर। पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ द्वारा सभी जिलों में गुमशुदा नाबालिग बच्चों के प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए इनकी खोजबीन हेतु विशेष अभियान ‘‘ऑपरेशन मुस्कान’’ चलाए जाने हेतु निर्देश जारी किए थे। इसी परिपेक्ष्य में सूरजपुर पुलिस ने एक अपहृत बालिका को गुजरात में आरोपी के कब्जे से दस्तयाब करने में सफलता हासिल की है।
दिनांक 13.11.2021 को चौकी उमेश्वरपुर निवासी एक व्यक्ति ने चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी नाबालिक पुत्री 30 अक्टूबर 2021 को सुबह घर से बिना बताए कहीं चली गई है किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बालिका को बहला फुसलाकर भगाकर ले गया है, प्रार्थी कि रिपोर्ट पर धारा 363 भादवि का मामला पंजीबद्ध किया गया। ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुमशुदा एवं नाबालिक बालिका को भगाकर ले जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को गुमशुदा एवं अपहरण के मामले में हर संभव प्रयास कर नई तकनीक की मदद एवं छोटी-बड़ी सुराग हासिल कर अपहृता को दस्तयाब तथा आरोपी की गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में प्रकरण की विवेचना की गई जो पुलिस टीम को नई तकनीकी व सूत्र के जरिये जानकारी मिली की नाबालिक लड़की गुजरात में है, जिसकी जानकारी से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया जो उन्होंने पुलिस टीम को गुजरात विधिवत् रवाना किया। पुलिस टीम गुजरात के दमन से आरोपी मनोज सिंह निवासी चौराही, थाना केल्हारी, जिला कोरिया के कब्जे से नाबालिक लड़की को बरामद किया। पीड़िता से पूछताछ के उपरान्त प्रकरण में पृथक से धारा 366, भादवि व पोक्सो एक्ट की धारा 12 जोड़ी जाकर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी उमेश्वरपुर महेश्वर सिंह, एसआई हरिराम टण्डन, आरक्षक युवराज यादव, रौशन सिंह, राकेश पोर्ते व विक्रम सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।