गुरुवार, 15 जुलाई 2021

सूरजपुर पुलिस ने 7,50,000 रूपये कीमत के 32 टन कबाड़ किया जप्त, 1 गिरफ्तार...............

सूरजपुर: पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने जिले का कार्यभार संभालने के बाद से ही थाना-चौकी प्रभारियों को अवैध कार्यो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के कड़े निर्देश दिए है। इसी तारतम्य में बीते दिन पुलिस को गोपनीय सूत्रों से जानकारी मिली कि पुराना बाजारपारा का कबाड़ी चोरी का सामान खरीदी कर अपने गोदाम में रखा है।
          कोतवाली पुलिस टीम के दबिश के दौरान कबाड़ी के पुराना बाजारपारा एवं मानपुर स्थित गोदाम से 32 टन कबाड़ कीमत 7,50,000 रूपये का जप्त किया गया है जिसमें पुराने मोटर सायकल, स्कूटी सहित अन्य वस्तुएं बरामद की गई। कबाड़ एवं पुराने वाहन चोरी का होने के पूर्ण अंदेशा पर जप्त कर आरोपी संजय साहू के विरूद्व धारा 41(1-4) जा.फौ./379 भादवि के तहत कार्यवाही करते हुए विधिवत गिरफ्तार किया गया। पुलिस जप्त किए गए वाहनों के स्वामी की पतासाजी कर रही है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर धर्मानंद शुक्ला, एएसआई बृजकिशोर पाण्डेय, प्रधान आरक्षक अदीप प्रताप सिंह, मोहम्मद तालिब शेख, विवेकानंद सिंह, बिसुनदेव पैंकरा, आरक्षक जयप्रकाश तिवारी, कैलाश यादव, रावेन्द्र पाल, दुबे सिंह, महिला आरक्षक चंदा भास्कर व गोमेश्वरी राज सक्रिय रहे।
          पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने नागरिकों से संवाद नंबर 7999161672 पर अपनी शिकायत, समस्या से अवगत कराने के साथ ही अवैध कार्यो की सूचना देने कहा है ताकि पुलिस शिकायतों का जल्द निराकरण कर सके तो वहीं अवैध कार्यो के विरूद्व सख्त कार्यवाही सुनिश्चित कराई जा सके।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।