बुधवार, 14 जुलाई 2021

नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने थाना-चौकी का किया औचक निरीक्षण........

फरियादियों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने के निर्देश।

सूरजपुर: पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने मंगलवार को थाना रामानुजनगर, प्रेमनगर, चौकी तारा एवं उमेश्वरपुर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यहां पदस्थ अधिकारी व जवानों का टर्न आउट चेक किया एवं अच्छे वेशभूषा धारण करने वाले जवानों को इनाम दिए जाने की घोषणा की। पुलिस अधीक्षक ने थाना-चौकी का रिकार्ड का अवलोकन किया एवं पाए गए खामियों को समक्ष में दुरूस्त कराया। थाना के सीसीटीएनएस कक्ष, शस्त्रागार व मालखाना को देखा और साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए। समस्या-शिकायत लेकर थाना आने वाले फरियादियों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराने प्रभारियों को निर्देश दिए। थाना-चौकी में पदस्थ जवानों से उनकी समस्याओं को पूछा और उसका निराकरण किया, थाना में लंबित मामलों की जानकारी ली और जल्द निराकरण करने के सख्त निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने थाना परिसर में वृक्षारोपण कर सभी को औषधी एवं फलदार पौधों का वृक्षारोपण करने एवं उसकी नियमित देखभाल करने की हिदायत दी।

जरूरत मंद को किया हेलमेट वितरण।

          पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने थाना रामानुजनगर प्रांगण में वाहन चलाने के समय जोखिम कम करने एवं दुर्घटना के वक्त जान बचाने की बहुउपयोगी हेलमेट का वितरण जरूरत मंद लोगों को किया और उन्हें सफर के दौरान अनिवार्य रूप से हेलमेट धारण करने की समझाईश दी।


बच्चों की बीच पहुंची पुलिस अधीक्षक, मास्क एवं चाकलेट दिए।


          थाना-चौकी के भ्रमण पर निकली पुलिस अधीक्षक ने छोटे स्कूली बच्चों को बिना मास्क के देख गाड़ी रूकवाई और बच्चों के बीच पहुंची। उन्होंने बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क वितरण कर बच्चों को चाॅकलेट दिए। पुलिस अधीक्षक ने बच्चों से चर्चा कर उन्हें मन लगाकर अच्छे से पढ़ाई करने हेतु प्रोत्साहित किया। इस दौरान बच्चों ने पुलिस अधीक्षक को अपने बीच पाकर प्रसन्न दिखे।

          इस दौरान एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, थाना प्रभारी रामानुजनगर विपिन लकड़ा, के.पी.चौहान, स्थापना प्रभारी अखिलेश सिंह, चौकी प्रभारी उमेश्वरपुर महेश्वर सिंह, चौकी प्रभारी तारा लवकुमार पाण्डेय मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।