बुधवार, 24 मार्च 2021

टावर से एंगल चोरी करने वाले 2 व्यक्ति गिरफ्तार..............

सूरजपुर: बुधवार को एस्सार प्राईवेट कंपनी के मैनेजर संदीप गुप्ता ने चौकी बसदेई में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 22 मार्च 2021 को किसी अज्ञात चोर के द्वारा ग्राम बंजा में लगे एस्सार कंपनी के टाॅवर लोकेशन क्रमांक 111/1, 111/3, 111/4 में लगे 74 नग एंगल को चोरी कर लिया गया है रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 137/21 धारा 379 भादवि का पंजीबद्व विवेचना में लिया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने चौकी प्रभारी बसदेई को चोरी में संलिप्त व्यक्ति की पतासाजी कर जल्द पकड़ने के निर्देश दिए।
          सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में चौकी बसदेई की पुलिस टीम जिन स्थानों से एंगल की चोरी की गई वहां आसपास रहने वालों से पूछताछ करने के दौरान मुखबीर से जानकारी मिली कि ग्राम बंजा निवासी सिद्धनाथ सिंह व विष्णुकांत गुप्ता की गतिविधियां संदिग्ध है जिसके बाद पुलिस ने दोनों संदिग्धों को तलब कर घटना के बारे में बारीकी से पूछताछ की जो दोनों चोरी करना स्वीकार किया। आरोपियों की निशानदेही पर उनके घरों के पैरावट में छुपाकर रखे गए टावर का एंगल कीमत 26 हजार रूपये का जप्त कर आरोपी सिद्धनाथ सिंह पिता बालम उम्र 45 वर्ष एवं विष्णुकांत गुप्ता उर्फ लड्डु पिता स्व. श्यामबिहारी उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम बंजा को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
          इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई सुनीता भारद्धाज, एएसआई बी.एम.गुप्ता, प्रधान आरक्षक वरूण तिवारी, राहुल गुप्ता, हंसराम कनेडिया, आरक्षक जितेन्द्र पटेल, प्रदीप साहू, अमरेन्द्र सिंह, महेन्द्र प्रताप सिंह, हरिकिशन राजवाड़े, बृजकिशोर ध्रुवा, इसित बेहरा व प्रदीप जायसवाल सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।