सूरजपुर। बीते 28 अप्रैल को भटगांव थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम केवटाली जंगल में डोमनहील चिरमिरी निवासी रोहित सिंह और उसके साथियों के द्वारा रास्ता रोककर भाजयुमो के मण्डल अध्यक्ष अमन प्रताप सिंह व उसके साथियों को जान से मारने की धमकी देकर राड से प्राणघातक हमला किया गया। प्रार्थी अखण्ड प्रताप सिंह की रिपोर्ट पर थाना भटगांव में धारा 341, 147, 148, 149, 506बी, 324, 323, 307, 115, 120बी भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। पूर्व में मामले के आरोपी संजय अग्रवाल, चंदन उर्फ चंद्रप्रकाश शर्मा, आफताब खान उर्फ गोलू, राकेश चौहान, विक्रम सिंह उर्फ विक्की व रोहित सिंह को गिरफ्तार किया गया था और अन्य आरोपी की पतासाजी की जा रही थी। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री राम गोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के सतत् मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) के निर्देशन में थाना भटगांव की पुलिस आरोपी की पतासाजी में लगी थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में थाना चिरमिरी पुलिस व थाना भटगांव पुलिस टीम द्वारा दबिश देकर आरोपी राज सिंह उर्फ राकेश कुमार सिंह पिता सुन्दर सिंह उम्र 30 वर्ष निवासी चिरमिरी गोदरीपारा वार्ड नंबर 31 थाना चिरमिरी जिला एमसीबी को गिरफ्तार कर किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव राजेन्द्र साहू. थाना प्रभारी चिरमिरी निरीक्षक कमल कान्त शुक्ला, एसआई सी.पी.तिवारी, बी.एम.गुप्ता, प्रधान आरक्षक पुरनचन्द राजवाडे, शत्रुहन पोर्ते, आरक्षक प्रकाश साहू, नौशाद अहम्मद, शाहीद अहम्मद, संतोष जायसवाल, प्रहलाद पैकरा, मनोज जायसवाल, प्रभाकर सिंह, भुनेश्वर पाटले, रामचन्द राम एवं चिरमिरी पुलिस टीम सक्रिय रही।
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'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।