शुक्रवार, 12 फ़रवरी 2021

सूरजपुर पुलिस ने 2 लाख 50 हजार रूपये कीमत के गांजा के साथ 1 को किया गिरफ्तार............

सूरजपुर: पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने जिले के थाना-चैकी प्रभारियों को नशे के कारोबार से जुड़े लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही करते हुए नशे के कारोबार को जड़ से उखाड फेंकने के साथ ही क्षेत्र में सक्रिय मुखबीर का जाल फैलाने के निर्देश पूर्व में ही दिए थे। जिले की पुलिस नशीली पदार्थ के गोरख धंधे पर सतत् निगाह रखे हुई थी।
          इसी तारतम्य में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट को गुरूवार 11 फरवरी 2021 को मुखबीर से सूचना मिला कि एक व्यक्ति अपने लाल रंग के हीरो स्प्लेण्डर मोटर सायकल में गांजा रखकर बिक्री हेतु अम्बिकापुर तरफ से बनारस रोड़ तरफ से जा रहा है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराए जाने पर उन्होंने तत्काल रेड़ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
          अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भटगांव पुलिस टीम के साथ मुखबीर सूचना की तस्दीकी व रेड कार्यवाही हेतु अम्बिकापुर-बनारस मुख्य मार्ग ग्राम कपसरा के पास नाकाबंदी लगाकर लाल रंग के हीरो स्प्लेण्डर मोटर सायकल के चालक को रोकवाया गया जिसने अपना नाम डहरू सिंह पिता अमिरन सिंह उम्र 43 वर्ष निवासी बंशीपुर, थाना भटगांव का रहने वाला बताया जिसके कब्जे से 9 किलो 900 ग्राम मादक पदार्थ गांजा कीमत करीब 2 लाख 50 हजार रूपये एवं परिवहन में प्रयुक्त मोटर सायकल सीजी 15 सीएफ 6820 कीमत करीब 30 हजार रूपये को जप्त कर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा है। भटगांव पुलिस टीम की तत्परतापूर्वक की गई इस कार्यवाही पर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को नगद ईनाम देने की घोषणा की है।
          इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, एसआई सी.पी.तिवारी, एएसआई ललित तिर्की, विरेन्द्र यादव, प्रधान आरक्षक संजय कुमार, विनय किस्पोट्टा, पवन सिंह, आरखक विनोद परीड़ा, जगत पैंकरा, भोला शंकर राजवाड़े, कमलेश सिंह, मनोज जायसवाल, अवधेश कुशवाहा, रजनीश पटेल, गिरजा शंकर, प्रहलाद पैंकरा, शैलेष राजवाड़े, शंकर सिंह, विश्वरंजन सिंह व हीरालाल बखला सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।