बुधवार, 2 सितंबर 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने थाना प्रभारियों की ली बैठक.....

लंबित मामलों का जल्द निराकरण करने दिए निर्देश।

सूरजपुर: जिला पुलिस कार्यालय में जिले भर के थाना प्रभारियों व एसडीओपी की बैठक पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने मंगलवार को ली है। इस बैठक में उन्होंने लंबित अपराधों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में पुलिस अधीक्षक ने थानों में मामले पेंडिंग होने पर सख्त हिदायत देते हुए लंबित मामलों की जल्द विवेचना पूर्ण करने के निर्देश दिए।
          पुलिस अधीक्षक ने महिला संबंधी अपराधों एवं एसटीएससी एक्ट के मामलों की जांच प्राथमिकता से करते हुए जल्द निराकरण करने, किसी भी मामले की विवेचना अनावश्यक लंबित न रहे इस बात का विशेष ध्यान देने, अपराध पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी पेट्रोलिंग, रात्रि गश्त मुस्तैदी से करने एवं निगरानी, गुण्डा बदमाश व आदतन अपराधियों को नियमित रूप से लगातार चेक करने के निर्देश दिए। उन्होंने राजपत्रित अधिकारियों को कहा कि प्रतिदिन लंबित मामलों की समीक्षा करें और थाना प्रभारियों को निर्देशित कर उनका निराकरण कराए। बैंक, एटीएम पर पुलिस बल नियमित पेट्रोलिंग करते हुए अपनी उपस्थिति बनाए रखें, दुर्घटना से मृत्यु के मामले में थाना प्रभारियों को यथासंभव मौके पर पहुंचने एवं ऐसे मामलों में लापरवाह वाहन चालकों के ड्राईविंग लायसेंस निलंबन की कार्यवाही कराने के निर्देश दिए।
          पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सभी कार्य के प्रति जिम्मेदार रहते हुए अपने-अपने दायित्वों को निर्वहन लगन से करें, लापरवाही न बरते। उन्होंने थाना प्रभारियों को कहा कि गुमशुदगी की घटनाओं को गंभीरता लेते हुए जैसे ही सूचना आती है, वैसे ही गुमशुदगी दर्ज कर बरामदगी के लिए टीम गठित लगाई जाए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों से निरंतर संवाद करते हुए जरूरी जानकारी हासिल करें ताकि दस्तयाबी जल्द की जा सके। फरार आरोपियों की धरपकड़ हेतु टीम गठित कर लगाने के निर्देश दिए।
          इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एएसपी मुख्यालय पी.एस.महिलाने, सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार सहित थाना-चैकी प्रभारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।