सोमवार, 28 सितंबर 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने 1 निरीक्षक, 1 एसआई व 1 आरक्षक को चुना काॅप आफ द मंथ........

सूरजपुर: जिले में अपराधों की रोकथाम, बरामदगी एवं अनसुलझे मामलों का खुलासा करने में लगन एवं निष्ठा से कार्य करते हुए कर्तव्य निर्वहन पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने प्रति माह पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को काॅप आफ द मंथ से सम्मानित कर रहे है। इसी तारतम्य में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री कुकरेजा ने इस माह के काॅप आफ द मंथ के लिए 1 थाना प्रभारी, 1 एसआई व 1 आरक्षक को इसके लिए चुना है।
          पुलिस अधीक्षक ने जिन 3 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी को चुना है उनमें थाना प्रभारी प्रतापपुर विकेश तिवारी का नाम शामिल है जिनके द्वारा प्रतापपुर के खोरमा में हुए अंधे कत्ल के खुलासे को लेकर कोविड-19 संक्रमण के बीच लगातार आरोपियों की धरपकड़ के लिए दिगर जिला व राज्य में जाकर लगातार डटे रहकर आरोपियों को पकड़ा और मामले का खुलासा किया। इसी प्रकार थाना भटगांव में पदस्थ एसआई सी.पी.तिवारी के द्वारा कुछ दिनों पूर्व लगातार हो रहे उठाईगिरी की वारदात को अंजाम देने वाले नट गिरोह को पकड़ा जिससे कई मामलों का खुलासा हो सका। इसके बाद बारी आती है थाना जयनगर में पदस्थ आरक्षक बंधुराम सारथी की जिन्होंने विगत दिनों सरगुजा रेंज में घुम-घुम कर मोटर सायकल चोरी करने वाले चोर गिरोह को अपने चुस्ती-फुर्ती व सूझबूझ के बदौलत धर दबोचा और एक बड़े बाईक चोर गिरोह का पर्दाफाश कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस अधीक्षक ने इन तीनों पुलिस अधिकारी-कर्मचारी को काॅप आफ द मंथ के लिए चुना है।
          पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन पुलिस अधिकारी-कर्मचारी से प्रेरणा लेकर अन्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य का प्रदर्शन करेंगे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।