मंगलवार, 13 अक्तूबर 2020

सूरजपुर पुलिस ने नशे के कारोबार करने वाले 2 लोगों को किया गिरफ्तार........

 1 लाख 32 हजार 5 सौ रूपये मूल्य के नशीली दवाई जप्त।

सूरजपुर: सूरजपुर पुलिस के द्वारा नशीले दवाई इंजेक्शन, टेबलेट व मादक पदार्थ गांजा के अवैध कार्यो में लिप्त लोगों के विरूद्व लगातार एक के बाद एक बड़ी कार्यवाही कर रही है। इसी क्रम में पुलिस के द्वारा 2 लोगों से करीब 1 लाख 32 हजार 5 सौ रूपये मूल्य के नशीली दवाई जप्त कर एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्यवाही किया है। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने नशीले पदार्थ के क्रय-विक्रय पर अंकुश लगाने एवं अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों के विरूद्व कठोर कार्यवाही करने को लेकर पुलिस अधिकारियों को पहले ही कड़े निर्देश दिए थे।
          सोमवार, 12 अक्टूबर को चौकी प्रभारी खड़गवां विमलेश सिंह को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम नरेशपुर थाना सूरजपुर निवासी दीपक तिवारी व शशिकांत तिवारी दोनों सगे भाई ग्राम नरेशपुर से बोझा के रास्ते खड़गवां की ओर नशीली दवाई इंजेक्शन टेबलेट कैप्सूल बिक्री करने आने वाले है। जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराए जाने पर उन्होंने चैकी प्रभारी को घेराबंदी लगाकर पकड़ने के निर्देश दिए।
          चौकी प्रभारी पुलिस टीम के साथ खड़गवां गुड़रूडांड तिराहा पहुंचकर घेराबंदी लगाए इसके कुछ देर बाद मुखबीर के बताए अनुसार एक बजाज एवेंजर मोटर सायकल क्रमांक सीजी 15 डीसी 0881 में सवार दो लोग आते दिखे जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया। नाम पता पूछने पर दीपक तिवारी पिता गंगाराम तिवारी उम्र 37 वर्ष तथा शशिकांत तिवारी पिता गंगाराम तिवारी उम्र 24 वर्ष दोनों सगे भाई निवासी ग्राम नरेशपुर थाना सूरजपुर का होना बताए जो विधिवत तलाशी लिए जाने पर दीपक तिवारी से एविल इजेक्शन 69 नग, रेक्सोजेसिक इंजेक्शन 145 नग, लोरी इंजेक्शन 45 नग कुल 259 नग इंजेक्शन तथा स्पास्मो प्रॉक्सीवान प्लस कैप्सूल 06 पत्ता जिसमें कुल 144 नग कैप्सूल तथा शशिकांत तिवारी से एल्प्राजोलम टेबलेट 10 पत्ता कुल 600 नग टेबलेट मिला तथा परिवहन में प्रयुक्त मोटर सायकल को जप्त किया गया इन सभी दवाईयों का बाजार मूल्य करीब 1 लाख 32 हजार 5 सौ रूपये है। दोनों आरोपियों के विरूद्ध एनडीपीएस एक्ट के धारा 21(सी) एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्व कर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
          आरोपी दीपक तिवारी वर्ष 2015 से लगातार नशीली दवाईयां इंजेक्शन अवैध रूप से विक्री करने का कार्य करते आ रहा है। इसके विरुद्ध थाना सूरजपुर एवं थाना झिलमिली में एनडीपीएस एक्ट के कुल 04 मामले दर्ज हैं तथा थाना सूरजपुर के वर्ष 2018 के मामले में माननीय न्यायालय के द्वारा 05 वर्ष का सश्रम कारावास से दण्डित किया गया है आरोपी अपील अवधि में जमानत पर है तथा इसी दौरान पुनः नशीली दवा इंजेक्शन के अवैध कारोबार में संलिप्त हो गया है।
       इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी खड़गवां विमलेश सिंह, प्रधान आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, विशाल मिश्रा, माणिकचंद, आरक्षक कृष्णकांत पाण्डेय, श्याम सिंह, दीपक सिंह, शैलेष सिंह व प्रमोद गुप्ता सक्रिय रहे।


'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

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सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।