मंगलवार, 21 जुलाई 2020

खोरमा प्रतापपुर का सडक हादसा निकला हत्या का मामला......

सूरजपुर पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार।

सूरजपुर: दिनांक 18 जुलाई 2020 को ग्राम सरहरी निवासी लक्ष्मी प्रसाद कोडाकू ने थाना प्रतापपुर में सूचना दिया कि इसके लड़के बृज कुमार कोडाकू का सरहरी के अजीत कुमार के वाहन क्रमांक सीजी 15 सीएक्स 8252 से चाचीडाड़ जाने के दौरान खोरमा के पास एक्सीडेंट हो गया जिसमें उसकी मृत्यु हो गई। सूचना पर मर्ग क्रमांक 72/2020 धारा 174 जा.फौ. कायम कर जांच में लिया गया। जांच के दौरान परिजनों के द्वारा हत्या का आशंका व्यक्त किये जाने पर थाना प्रभारी विकेश तिवारी ने हालात से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराया जिस पर उन्होंने मामले से जुड़े सभी बिन्दुओं पर सूक्ष्मता से गंभीरतापूर्वक जांच करने के निर्देश दिए।
        एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार के नेतृत्व में थाना प्रभारी प्रतापपुर के द्वारा मामले की जांच तत्परतापूर्वक की गई। जांच में यह तथ्य आया कि अजीत टोप्पो के घर मृतक बृजकुमार कोडाकू रात्रि में आया था जो साथ में खाए-पीए इसी दौरान बृजकुमार अपने साथ अजीत टोप्पो का बटन वाला चाकू ले जाने लगा जो अजीत के द्वारा छीना झपटी करते हुये चाकू नहीं देने पर गुस्सा में बृजकुमार के जांघ में चाकू घुसा दिया जिससे काफी मात्रा में खून निकलने लगा और उसकी मृत्यु हो गई। इसके उपरान्त आरोपी अपने घर से फावडा एवं पानी लाकर खून को साफ कर दिया एवं मृतक के पैर में दुपटटा बांध कर सूमो वाहन से प्रतापपुर ला रहा था जो खोरमा के पास सूमो गोल्ड वाहन को एक्सीडेंट कर दिया। आरोपी अजीत टोप्पो को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर पहले तो गुमराह करते रहा किन्तु परत दर परत हुई पूछताछ के बाद बृजकुमार की हत्या करना स्वीकार किया जिसके विरूद्व हत्या एवं साक्ष्य छुपाने पर धारा 302, 201 भारतीय दण्ड संहिता का अपराध पंजीबद्व किया गया एवं आरोपी के मेमोरण्डम के अनुसार घटना में प्रयुक्त चाकू को जप्त करते हुए विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
          एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार के नेतृत्व में थाना प्रभारी प्रतापपुर विकेश तिवारी, प्रधान आरक्षक संतोष सिंह, विवेक पाण्डेय, आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, अभय तिवारी, मिथलेश गुप्ता, शेखर मानिकपुरी, अखिलेश यादव, प्रवीण सिंह, कौशलेन्द्र सिंह, निरंजन एक्का व परमेश्वर पैंकरा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।