गुरुवार, 25 जून 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने स्पंदन अभियान के तहत जवानों को बताए तनाव कम करने के उपाए......



एसडीओपी-सीएसपी थाना भ्रमण के दौरान जवानों की समस्या सुनकर करेंगे उचित निराकरण।

सूरजपुर: पुलिस जवानों की समस्या को जानने और उन्हें व्यक्तिगत एवं सेवा के दौरान मानसिक तनाव से मुक्त रहकर उत्कृष्ठ कार्य करने स्पंदन अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने जिला पुलिस कार्यालय में कार्यरत पुलिस जवानों से रूबरू हुए और उन्हें तनाव को दूर करने के उपाय बताए।
          इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा ने जवानों को कहा कि तनाव में रहकर कोई कार्य न करें, तनाव में अक्सर बनते कार्य भी बिगड़ जाते है, आपको किसी प्रकार की समस्या हो तो सीधे मुझसे आकर मिले यथा संभव जल्द समस्या का निराकरण किया जाएगा। समस्या होने पर उचित माध्यम से निराकरण के लिए डटे रहे। उन्होंने कहा कि तनाव को कम करने के लिए ड्यूटी के बाद अधिकतम समय अपने परिजनों को दे, बच्चों से उनकी पढ़ाई को लेकर बात करें उन्हें पढ़ाए, अपना एवं परिजनों का स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
          पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले एसडीओपी-सीएसपी को निर्देशित किया गया है कि वे थाना-चौकी का प्रतिदिन भ्रमण करें और जवानों से रूबरू होकर उनकी समस्या के बारे में पूछे और निराकरण करें, यदि कोई बात उनके स्तर पर निराकरण योग्य न हो तो मुझे अवगत कराकर निराकरण कराए। कार्यालय में जवानों से चर्चा के दौरान कई जवानों ने बताया कि उनकी हरेक समस्या का हमारे मुखिया ने गंभीरता व संवेदनशीलता से उचित निराकरण कर रहे है।
         इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर सहित जिला पुलिस कार्यालय के समस्त अधिकारी व जवान मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।