शुक्रवार, 26 जून 2020

सेन्ट्रल बैंक शाखा रामानुजनगर में हुए धोखाधड़ी के मामले में 2 आरोपी गिरफ्तार........

सूरजपुर: सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया शाखा रामानुजनगर के तत्कालीन शाखा प्रबंधक आलोक कुमार गुप्ता एवं बैंक के अन्य कर्मचारी हेड कैशियर देवेश कुमार लालखेर एवं सहायक प्रबंधक सुरेन्द्र सुराई मराण्डी तथा एग्रीकल्चर फिल्ड आंफिसर सचिन गोविंद गायकवाड एवं एस.डब्यू.ओ. अभिषेक मण्डल के द्वारा सेन्ट्रल बैंक शाखा रामानुजनगर के द्वारा छल पूर्वक षडयंत्र कर अन्य आरोपीगणों से मिलकर शासकीय राशि का गबन करते हुये अन्य खाता धारकों के साथ मिलकर सुनियोजित तरीके से इनके द्वारा दूसरे व्यक्ति के खाता धारकों के रूपये को बिना खाता धारक के स्वीकृति या जानकारी के उनके एकाउंट से कुटरचित दस्तावेज तैयार कर एवं इलेक्ट्रानिक उपकरणों को उपयोग करते हुये सेन्ट्रल बैंक रामानुजनगर के शासकीय रकम को छलपूर्वक खाता धारकों को धोखा देते हुये करीब 2 करोड़ 10 लाख रूपये का गबन किया गया था। जिसके संबंध में वर्तमान सेन्ट्रल बैंक शाखा रामानुजनगर के शाखा प्रबंधक बलराम मोहन्ती के लिखित आवेदन पर आरोपी आलोक कुमार गुप्ता, हेड कैशियर देवेश कुमार लालखेर एवं सहायक प्रबंधक सुरेन्द्र सुराई मराण्डी तथा एग्रीकल्चर फिल्ड आंफिसर सचिन गोविंद गायकवाड एवं एस.डब्यू.ओ. अभिषेक मण्डल के द्वारा सेन्ट्रल बैंक रामानुजनगर के खाता धारक सलमान अहमद मंसूरी, अमोस एक्का व अन्य के विरूद्व अपराध क्रमांक 110/2020 धारा 420, 409, 467, 468, 471, 120(बी) भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने मामले में फरार आरोपियों की पतासाजी करते हुए जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के नेतृत्व में थाना रामानुजनगर की पुलिस टीम के द्वारा मामले में फरार चल रहे आरोपी सलमान अहमद मंसूरी पिता कुर्बान अहमद निवासी त्रिपुरेश्वरपुर, थाना रामानुजनगर एवं अमोस एक्का पिता कलम एक्का निवासी कोट पटना, थाना सूरजपुर को उनके गांव में घेराबंदी कर पकड़ा एवं विधिवत् गिरफ्तार किया है।
         ज्ञात हो कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक आलोक कुमार गुप्ता एवं बैंक के अन्य कर्मचारी सहायक प्रबंधक सुरेन्द्र सुराई मराण्डी तथा एग्रीकल्चर फिल्ड आंफिसर सचिन गोविंद गायकवाड एवं एस.डब्यू.ओ. अभिषेक मण्डल जो कि थाना रामानुजनगर के अपराध क्रमांक 156,157,199/2020 धारा 420, 409, 467, 468, 471, 120(बी) भादवि के प्रकरण में पूर्व में गिरफतार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था जो उप जेल में परिरूद्ध हैं।

        इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रामानुजनगर गोपाल धुर्वे, एसआई बी.डी. यादव, एएसआई माधव सिंह, बृजेश यादव, प्रधान आरक्षक हेमन्त सोनवानी, रविन्द्र भारती, आरक्षक वेदप्रकाश राजवाडे, संतोष ठाकुर, अमलेश्वर कुमार, रामसागर साहू, देवान सिंह व गणेश सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।