मंगलवार, 23 जून 2020

सूरजपुर पुलिस ने 41 हजार कीमत के पनडूब्बी व मोटर पम्प चोरी के मामले में 1 को किया गिरफ्तार।


सूरजपुर: दिनांक 22 जून 2020 को थाना प्रभारी जयनगर को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम कोरेया निवासी श्रीनाथ उर्फ बबलू उर्फ रोहन सिंह अपने पास मोटर पम्प रखा हुआ है जिसे बेचने के लिए ग्राहक तलाश करने कन्दरई तरफ जा रहा है। थाना प्रभारी ने इसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराये जाने पर उन्होंने पुलिस टीम को घेराबंदी कर पकड़ने के निर्देश दिए।
         मुखबीर सूचना की तस्दीक व कार्यवाही हेतु थाना जयनगर पुलिस टीम कन्दरई पहुंची इसी दौरान कन्दरई रोड़ में संदेही श्रीनाथ उर्फ बबलू उफ रोहन सिंह मिला जिससे बारीकी से पूछताछ करने उसने बताया कि ग्राम डेडरी रेड नदी व बलरामपुर से 1 नग 5 एचपी का पनडूब्बी मोटर पम्प तथा 2 नग टूल्लू मोटर पम्प चोरी कर घर में रखना बताया, पुलिस टीम ने श्रीनाथ की निशानदेही पर उसके घर पनडूबी एवं टूल्लू मोटर पम्प कीमत 41 हजार रूपये को जप्त कर उपरोक्त सामान चोरी का होने की पूर्ण अंदेशा पर धारा 41(1-4) जा.फौ./379 भादवि के तहत कार्यवाही करते हुए आरोपी श्रीनाथ उर्फ बबलू उर्फ रोहन सिंह पिता बुधनाथ सिंह उम्र 30 वर्ष निवासी कोरेया, थाना जयनगर को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
           इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर सुनीता भारद्धाज, एएसआई राजाराम राठिया, देवनाथ चौधरी, विराट विशी, प्रधान आरक्षक रजनीश त्रिपाठी, आरक्षक ललन सिंह, शिवकुमार राजवाड़े, दीपक दुबे, अनिल सिंह, जितेन्द्र सिंह, सत्यम सिंह, कामेश्वर नेताम, दीपक सिंह, आरक्षक चालक नीरज झा, नगर सैनिक दीपक मूर्ति व नोहर राजवाड़े सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।