मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने दुरस्थ आश्रय स्थल जजावल में ठहरे मजदूरों का जाना कुशलक्षेम.....

आश्रय स्थल में रह रहे मजदूर कर रहे सोशल डिस्टेसिंग का पालन।

व्यवस्था से संतुष्ट मजदूरों को यहां नहीं है किसी प्रकार की कोई दिक्कत।

सूरजपुर। कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की इस घड़ी में लाॅक डाउन के कारण दूसरे जिलों व राज्यों के मजदूरों को ठहराने के लिए प्रशासन के द्वारा जजावल स्थित बालक व प्री मैट्रिक बालक आश्रम को आश्रय स्थल बनाया गया है जहां पर 97 मजदूर ठहरे हुए है, इस आश्रय स्थल का मंगलवार को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने भ्रमण कर जायजा लिया।
मंगलवार 21 अप्रैल 2020 को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने इन आश्रय स्थल का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने बेहतर वातावरण में सोशल डिस्टेसिंग के तहत् मजदूरों से चर्चा कर उनका कुशलक्षेम जाना और उन्हें साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने, नियमित तौर पर साबुन से हाथ धोते रहने एवं किसी प्रकार की समस्या होने पर अवगत कराने हेतु कहा। चर्चा के दौरान मजदूरों ने कहा कि यहां उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है, खाने तथा अन्य व्यवस्थाएं काफी अच्छी है और उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाओं से काफी खुश है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यहां रूके सभी मजदूर स्वस्थ्य है और उपलब्ध सुविधाओं से खुश है, सभी ने लाॅक डाउन व सोशल डिस्टेसिंग का विशेष ध्यान रखने हेतु कहे जाने पर सभी ने इसका पालन करने की हामी भरी और पालन भी कर रहे है। उन्होंने बताया कि इन मजदूरों का बीच-बीच में स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है, आश्रय स्थल का नियमित तौर पर एसडीओपी, एसडीएम व जनपद सीओ के द्वारा भ्रमण कर जायजा लेते हुए सुविधाओं पर नजर बनाए हुए है इसके साथ ही आश्रय स्थल पर पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैद है।
इस दौरान एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार, एसडीएम प्रतापपुर सी.एस.पैंकरा, जनपद सीओ निमानुद्दीन, तहसीलदार राधेश्याम तिर्की, थाना प्रभारी चंदौरा एन.के.त्रिपाठी, पटवारी, सचिव व छात्रावास अधीक्षक धनेश्वर सिंह मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

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सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।