सोमवार, 13 अप्रैल 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर की चिट्ठी अपने सहकर्मी के नाम......

सूरजपुर: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच सभी चुनौतियों को संवेदनशील रहकर उसका डटकर सामना करने पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने एक चिट्ठी अपने सहकर्मियों के नाम लिखा है। पुलिस अधीक्षक के द्वारा अपने सहकर्मियों को लिखे चिट्ठी में उन्होंने जिक्र किया है कि -
          सूरजपुर पुलिस के मेरे साथियों अभी तक आप सभी ने वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण की रोकथाम में अपना सर्वोत्तम देने का प्रयास किया है, फिर भी आप सभी को निर्देशित किया जाता है की लॉकडाउन, सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन बहुत सख्ती से किया जाए। सुनिश्चित करें कि आम नागरिक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क, फेस कवर, गमछा, रुमाल, दुपट्टा, पहनकर ही अति आवश्यक कार्य होने पर ही घर से निकले। किसी तरह की कोई भी ढिलाई ना की जाये। बहुत से लोग क्षेत्र में अनावश्यक रूप से घुम रहे हैं, जिनको रोक कर, टोक कर, नियम तोड़ने वाला के विरुद्ध एमव्ही एक्ट की कार्यवाही आदि तरीकों से हतोत्साहित करने की आवश्यकता है साथ ही यह भी सुनिश्चत करें की किसी से दुर्व्यवहार ना हो, कार्य कठिन है, चुनौतीपूर्ण है, फिर भी मानसिक संतुलन बनाते हुए कर्तव्यों का निर्वहन तो करना ही है। अतः सभी राजपत्रित अधिकारी और थाना प्रभारी अधिकतम बल के साथ अधिक से अधिक समय फील्ड में गुजारे और अपना भी ध्यान रखे, स्टाफ को विश्वास में लेकर आप जो भी उनको सुविधाए दे सकते है दे, स्टाफ के स्वास्थ्य का ध्यान रखे उनकी शारीरिक क्षमताओं के आधार पर उनसे कार्य ले, उनसे बात करें, उनका हौसला बढ़ाये, अन्य विभागों एवं जनता से समन्वय बनाकर, गाँव में, मोहल्लो में जाकर जागरूक कर कार्य करें, हिम्मत से जुटे रहे। सभी विभागों को सहयोग करते रहे, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करें, उनके कर्मचारियों से लगातार पूछते रहे कि उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नहीं है और उनकी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे। मास्क लगाकर सभी पुलिस अधिकारी कर्मचारी ड्यूटी करना सुनिश्चित करें।
           आगे उन्होंने लिखा है कि अभी जो समय चल रहा है वह कठिन है, इससे भी विकट परिस्थितियों भविष्य में आ सकती है, सभी को संयम बरतने की आवश्यकता है, सभी अपना योगदान दे तो निश्चित ही सुधार होगा, इसे ध्यान में रखते हुए आप अपने आप को पूरी तरह से मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार रखे एवं हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहे। महिला स्टाफ को घर-गृह कार्य भी देखना पड़ता है, बच्चों को भी देखना है अतः उनके के लिए संवेदनशीलता दिखाते हुए महिला कर्मचारी को भीड़भाड़ वाले स्थान पर ड्यूटी लगाने से यथासंभव राहत दें। देश की आंतरिक सुरक्षा का दायित्व पुलिस पर होता है इसके लिए आप अपना सर्वोत्तम कर्तव्य निष्पादन करें। आम नागरिक की समस्या को देखते हुए उनके साथ संवेदनशीलता से पेश आए ताकि उनके मन में पुलिस के प्रति विश्वास और आदर बना रहे। यही बात आप अपने अधीनस्थ स्टाफ को भी बताए। आपके द्वारा अथक परिश्रम से किए जा रहे उत्कृष्ट कर्तव्य निर्वहन सराहनीय एवं प्रशंसनीय है। पिछले 23 दिनों से दिन रात आप सभी ने अधिनस्थ स्टाफ के साथ मिलकर मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे है और आगे भी ये ड्यूटी जारी रहेगी, संतोष इस बात का है की इसके बावजूद किसी के चेहरे में तनिक भी थकान नहीं दिखी। यह समय हमारे देश में सतर्क रहने का है। शासन के निर्देशों का पालन हो जिससे जनता को बिना किसी असुविधा के सुरक्षित रखने हेतु आप सर्वोत्तम कार्य करते रहे।
                          इन्ही आशा और विश्वास के साथ ....आपका....
            राजेश कुकरेजा, पुलिस अधीक्षक, जिला सूरजपुर (छ.ग.)

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।