गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

सूरजपुर पुलिस एवं वन विभाग की संयुक्त कार्यवाही, 1 व्यक्ति से 50 हजार कीमत के चिरान लकड़ी जप्त....


सूरजपुर। भटगांव थाना क्षेत्र के जंगल से इमारती लकड़ियों को काटकर बिक्री करने वाले तस्कर के विरूद्व भटगांव पुलिस व वन विभाग की संयुक्त टीम ने कार्यवाही करते हुए एक तस्कर के कब्जे से 48 नग इमारती लकड़ी चिरान कीमत 50 हजार रूपये का जप्त किया है।
          गुरूवार 16 अप्रैल 2020 को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर को मुखबीर ने सूचना दिया कि ग्राम झींगा दोहर निवासी जगरनाथ अगरिया भारी मात्रा में जंगल से इमारती लकड़ी काटकर अवैध रूप से रखा है। सूचना पर पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट को वन अमले के साथ तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए। थाना भटगांव एवं वन विभाग की संयुक्त टीम ने भटगांव के सरहर्दी ग्राम झींगा दोहर पहुंचकर जगरनाथ अगरिया पिता स्व. देवसाय अगरिया के कब्जे से 48 नग इमारती सरई चिरान लकड़ी एवं चिराई में प्रयुक्त आरा जप्त किया है। जप्त की गई इमारती लकड़ी की बाजारू कीमत करीब 50 हजार रूपये है। मामले में आगे की कार्यवाही वन विभाग के द्वारा की जा रही है। पूछताछ पर जगरनाथ ने बताया सोनगरा जंगल से इमारती लकड़ी काटकर उसे घर लाता था और घर में ही चिरान बनाता था और आसपास के क्षेत्र में अधिक दर पर बिक्री कर लाभ अर्जित करता था।
       प्राप्त सूचनाओं के आधार पर पुलिस लगातार कार्यवाही कर रही है। ज्ञात हो कि इससे पहले पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थाना चांदनी पुलिस के द्वारा लकड़ी तस्करों से भारी मात्रा में इमारती लकड़ी बरामद कर आगे की कार्यवाही हेतु वन अमले को सुपुर्द किया था।

इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, एएसआई सुमन्त पाण्डेय, प्रधान आरक्षक राजेश यादव, आरक्षक जगत पैंकरा, अषोक कनौजिया, विनोद परीड़ा, महिला नगर सैनिक बिन्दु वन विभाग के उप वनमण्डाधिकारी मनोज विश्वकर्मा, रेंजर प्रेमचंद मिश्रा व परिक्षेत्र सहायक विजय श्रीवास्तव सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।